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किशनगंज : समय से पूर्व जन्मे शिशुओं के लिए जीवनदायिनी है कंगारू मदर केयर

मां के सीने की गर्माहट से मिलती है सुरक्षा, बढ़ता है वजन और जुड़ाव

किशनगंज,04 अगस्त(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, समय से पूर्व जन्म लेने वाले (प्रीमैच्योर) शिशु अक्सर कम वजन और कमजोर स्वास्थ्य के साथ इस दुनिया में आते हैं। ऐसे नन्हें शिशुओं के लिए कंगारू मदर केयर (KMC) किसी वरदान से कम नहीं है। यह एक सरल, सुलभ और खर्च रहित पद्धति है जिसमें शिशु को मां या किसी अन्य स्वस्थ परिजन की छाती से लगाकर रखा जाता है। इस प्रक्रिया से शिशु को गर्माहट, सुरक्षा और पोषण मिलता है, जो उसके शारीरिक व मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाता है।

गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी कहती हैं, “जब शिशु माँ के सीने से चिपकता है तो उसे माँ की धड़कनों से मानसिक सुकून और गर्माहट मिलती है। इससे न केवल उसका विकास बेहतर होता है, बल्कि माँ-बच्चे के बीच भावनात्मक रिश्ता भी मजबूत होता है।”

क्या है कंगारू मदर केयर?

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी के अनुसार, “केएमसी तकनीक में शिशु को माँ की छाती से सीधा लगाकर खुली छाती पर रखा जाता है। इससे तापमान संतुलित रहता है, स्तनपान में सुधार होता है और संक्रमण का खतरा भी घटता है। पिता या अन्य स्वस्थ परिजन भी यह प्रक्रिया अपना सकते हैं।”

जागरूकता अभियान जारी

जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम, आशा कार्यकर्ता और केयर इंडिया की टीम नवजात शिशुओं के परिजनों को केएमसी की जानकारी देने के साथ-साथ समय-समय पर घर जाकर उनकी मॉनिटरिंग भी कर रही है।

बीमारियों से सुरक्षा का कवच

सदर अस्पताल की महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन बताती हैं कि, “प्रीमैच्योर शिशुओं में हाइपोथर्मिया का खतरा अधिक होता है। ऐसे में केएमसी से उन्हें आवश्यक गर्माहट मिलती है और धीरे-धीरे उनका वजन भी बढ़ता है, जिससे वे कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं।”

केएमसी अपनाते समय रखें ये सावधानियां

  • शिशु को हमेशा साफ हाथों से छुएं।
  • यदि माँ को बुखार या संक्रमण हो तो कोई अन्य स्वस्थ परिजन केएमसी दें।
  • शिशु के हाथ-पैर व पीठ को हल्के व साफ कपड़े से ढकें।
  • प्रतिदिन कम से कम एक घंटे तक केएमसी दें।

कुल मिलाकर कंगारू मदर केयर सिर्फ एक चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि माँ और शिशु के बीच एक गहरा, सजीव रिश्ता भी है। यह प्राकृतिक प्रक्रिया प्रीमैच्योर शिशुओं के लिए संजीवनी बनकर सामने आई है।

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