किशनगंज में नकली सीमेंट का नेटवर्क सक्रिय, ब्रांडेड बैग में भरकर हो रही सप्लाई — निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर मंडरा रहा खतरा

किशनगंज,25जुलाई(के.स.)। जिले में नकली सीमेंट का कारोबार तेजी से पैर पसार रहा है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली सीमेंट की सप्लाई की जा रही है, जिससे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। यह पूरा कारोबार संगठित तरीके से चल रहा है, जिसमें जिले के कई व्यवसायी संलिप्त बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, नकली सीमेंट को रेलवे स्टेशन रेख से डैमेज माल के रूप में मंगाया जाता है और दौला पंचायत के समदा स्कूल चौक के पास एक गोदामनुमा स्थल पर ब्रांडेड कंपनियों के खाली बैग में भरकर बाजार में सप्लाई किया जा रहा है। खुदरा विक्रेताओं से लेकर निर्माण एजेंसियों तक यह नकली सीमेंट धड़ल्ले से पहुंच रहा है।
गौर करे कि जिले में अरबों रुपये के सरकारी निर्माण कार्य जैसे स्कूल, अस्पताल, पुल-पुलिया आदि के साथ-साथ प्राइवेट मॉल, अपार्टमेंट और मकानों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। ऐसे में नकली सीमेंट का इस्तेमाल किसी बड़ी दुर्घटना की वजह बन सकता है।
कंपनियों और अधिकारियों की बढ़ी चिंता
एक नामी ब्रांड के अधिकारी ने बताया कि नकली सीमेंट के इस कारोबार से न केवल उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा है, बल्कि उनकी कंपनी की साख और व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी के अधिकारी खुद किशनगंज पहुंचकर इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रहे हैं।
पूर्व में भी पकड़ी गई थी नकली सीमेंट की खेप
गौरतलब है कि 31 अगस्त 2022 की रात 9:30 बजे सदर पुलिस ने नगर परिषद क्षेत्र के हलीम चौक के पास छापेमारी कर बड़े पैमाने पर नकली सीमेंट जब्त की थी। इसके बाद भी यह कारोबार दोबारा सक्रिय हो गया है, जो अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल खड़े करता है।
जागरूकता ही बचाव
जिला प्रशासन और ब्रांडेड कंपनियों ने आम लोगों से अपील की है कि निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सीमेंट की गुणवत्ता की जांच अवश्य करें। डीलर से प्रमाण मांगें और यदि शक हो तो संबंधित कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी लें। स्थानीय प्रशासन से भी मदद ली जा सकती है।
जांच और कार्रवाई की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और प्रशासन इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई की योजना बना रहे हैं। जल्दी ही नकली सीमेंट कारोबारियों के खिलाफ बड़ी छापेमारी हो सकती है।