कुपोषण उन्मूलन की दिशा में पहल: डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय द्वारा गनियाबाड़ी में बीज वितरण एवं जागरूकता कार्यक्रम

किशनगंज,05जुलाई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज द्वारा कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को गनियाबाड़ी गांव में जागरूकता-सह-बीज वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय द्वारा अंगीकृत गांव में पोषण-संवेदनशील कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम के दौरान पालक, भिंडी, लौकी, कद्दू और चौलाई जैसी पौष्टिक सब्जियों के बीज ग्रामीणों को निःशुल्क वितरित किए गए। इस पहल का उद्देश्य था कि घरेलू स्तर पर सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देकर संतुलित आहार और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस कार्यक्रम में स्थानीय किसान, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए। उन्हें घर में उगाई जाने वाली सब्जियों की उपयोगिता, संतुलित आहार में योगदान, और कुपोषण से बचाव के उपायों के बारे में तकनीकी सत्रों के माध्यम से जानकारी दी गई।
महाविद्यालय की टीम, जिसमें डॉ. केविन, डॉ. कृष्णा, डॉ. शफी अफरोज, डॉ. नीतू नंद और डॉ. अंजली सुधाकर शामिल थे, ने ग्रामीणों के साथ मिलकर काम किया। उन्होंने बीज बोने की तकनीक, मौसमी फसल योजना तथा पर्यावरण के अनुकूल खेती विधियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. सत्यनारायण (एसोसिएट डीन-कम-प्रिंसिपल) ने कहा कि “पोषण सुरक्षा की शुरुआत जमीनी स्तर से होती है। जब हम ग्रामीण परिवारों को पोषक-वाटिका और सब्जी उत्पादन के लिए प्रेरित करते हैं, तो हम उन्हें अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने के लिए सशक्त बनाते हैं।”
यह कार्यक्रम न केवल कुपोषण से लड़ने की दिशा में एक ठोस कदम रहा, बल्कि यह ग्रामीण विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रति डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।