व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन।..

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना। बिहार विरासत विकास समिति और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आज बी.डी. कॉलेज, मीठापुर, पटना में व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य, प्रो० विवेकानंद सिंह समिति के उप कार्यपालक निदेशक, श्री अरविन्द कुमार तिवारी, उप निदेशक, बापू टावर, डॉ० नीतू तिवारी, डॉ० रविशंकर गुप्ता, डॉ० अमित रंजन, डॉ० हर्ष रंजन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। बिहार विरासत विकास समिति, पटना के सचिव-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, श्री प्रणव कुमार, निदेशक पुरातत्व-सह-कार्यपालक निदेशक, श्रीमती रचना पाटिल बिहार के निदेशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी विश्वविद्यालयों में संपर्क कर व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया जाय। इसके तहत पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय के तहत बी.डी. कॉलेज, मीठापुर, पटना में आज शुभारंभ किया गया। व्याख्यान का विषय “चिरान्द पुरास्थल के महत्व, संरक्षण एवं संवर्धन। प्रथम सत्र में डॉ० रविशंकर गुप्ता, संग्रहालयध्यक्ष, बिहार संग्रहालय, पटना द्वारा चिरान्द, सारण के उत्खनन के बारे में पी.पी.टी. के माध्यम से बताया गया कि चिरान्द भारत वर्ष का ऐसा स्थल है कि जहां हडियों के औजार 2000 B.C. में उत्खनन से प्राप्त हुआ। प्राप्त औजारों में वॉडकीन, एरोहेड, एन्टलर, कंघा, बेधनी, मनके, वसूला ईत्यादि थे। वहाँ पर तृतीय काल के NBPW के पुरावशेष तथा चतुर्थ काल में गुप्त काल के अवशेष प्राप्त हुए।
बी.डी. कॉलेज के प्राचीन भारतीय इतिहास एवं एशियाई अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष, डॉ० नितु तिवारी के द्वारा उत्खनित स्थल के संरक्षण और विकास के बारे में बताया गया। पर्यटकों के लिए मौलिक सुविधाओं का विकास, गंगा से कटाव रोकने के लिए बोल्डर की पीचिंग, जियों बैग डालना चाहिए। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार, पुरातत्व निदेशालय, कार्यपालक निदेशक, बिहार विरासत विकास समिति के श्रीमती रचना पाटिल की इस योजना को बहुत उपयोगी बताया तथा उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। इस कार्यक्रम से कॉलेज के बच्चे, प्रोफेसर, प्राचार्य लोगों को भी धरोहर के प्रति जानकारी प्राप्त होगी और उसका लाभ मिलेगा।
मंच का संचालन और ध्न्यवाद ज्ञापन डॉ० अमित रंजन, शोध सहायक, बिहार विरासत विकास समिति द्वारा किया गया। इस अवसर पर महविद्यालय के शिक्षक एवं छात्रों की बहुसंख्यक उपस्थिति रही। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के पदाधिकारी एवं पुरातत्व निदेशालय से डॉ० हर्ष रंजन कुमार एवं विरासत समिति के श्री कोमल कुमार महतो, श्रीमती गौरी देवी साहा, श्री अजय कुमार चक्रवाल, श्री संजय कुमार, श्री अरूण कुमार वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।