किशनगंज में 219 नई एएनएम की तैनाती, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी नई गति

किशनगंज,10जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले की स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ बनाने और गांव-गांव तक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावी पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा बड़ी पहल की गई है। किशनगंज जिले में 219 नई सहायक नर्सिंग मिडवाइफ (एएनएम) की नियुक्ति की गई है। इनमें से 210 एएनएम ने अपने-अपने प्रखंडों में कार्यभार ग्रहण कर लिया है, जबकि शेष जल्द ही योगदान करेंगी।
ग्रामीण स्वास्थ्य की रीढ़ बनेंगी एएनएम
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि एएनएम की यह नियुक्ति जिले के सुदूरवर्ती एवं पिछड़े इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन लाएगी। उन्होंने कहा कि “ग्राम स्तर पर एएनएम स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ होती हैं। इनकी तैनाती से न केवल सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि आमजन का सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली पर विश्वास भी मजबूत होगा।”
एएनएम की भूमिका सिर्फ टीकाकरण और प्रसव पूर्व देखभाल तक सीमित नहीं होती, बल्कि वे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, स्वास्थ्य जागरूकता और संस्थागत प्रसव जैसी योजनाओं की सफलता में भी अहम भूमिका निभाती हैं।
प्रखंडवार एएनएम की संख्या इस प्रकार है:
- किशनगंज: 15
- कोचाधामन: 39
- ठाकुरगंज: 43
- टेढ़ागाछ: 21
- दिघलबैंक: 23
- बहादुरगंज: 30
- पोठिया: 39
स्वीकृत पद और वर्तमान स्थिति
जिला योजना समन्वयक श्री विश्वजीत कुमार के अनुसार, जिले में एएनएम के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 678 है। पूर्व में 242 एएनएम कार्यरत थीं। नई बहाली के बाद यह संख्या बढ़कर 442 हो गई है। उन्होंने बताया कि इससे जिले में जारी स्वास्थ्य योजनाओं को नई गति मिलेगी, विशेषकर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण में यह नियुक्ति निर्णायक साबित होगी।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन
सभी नव नियुक्त एएनएम को जमीनी स्तर पर बेहतर सेवा प्रदान करने हेतु जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें विभागीय योजनाओं, टीकाकरण प्रक्रिया, मातृ-शिशु देखभाल, रिपोर्टिंग और प्राथमिक उपचार आदि से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती की दिशा में मील का पत्थर
सिविल सर्जन ने कहा कि यह नियुक्ति केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि “हर घर स्वास्थ्य” की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने सभी एएनएम से सेवा भाव, निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पहल “स्वस्थ ग्राम, सशक्त समाज” की परिकल्पना को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगी।