किशनगंज : डुमरिया भठ्ठा में शिव गुरू महोत्सव का भव्य आयोजन, शिव शिष्यता को अपनाने का आह्वान

किशनगंज,09जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जीवन की तेज़ रफ्तार और हाईटेक दौर में अध्यात्म की प्रासंगिकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। जीवन को सफल और सार्थक बनाने के लिए एक सशक्त आध्यात्मिक मार्गदर्शक की आवश्यकता है। ऐसा ही संदेश सोमवार को शहर के डुमरिया भठ्ठा में आयोजित एक दिवसीय शिव गुरू महोत्सव में दिया गया। कार्यक्रम का आयोजन शिव शिष्य परिवार, किशनगंज के तत्वावधान में किया गया।
इस अवसर पर शिव शिष्य परिवार मुख्यालय, रांची (झारखंड) से पधारे रामेश्वर मंडल ने अपने विचार रखते हुए कहा, “इस युग में यदि कोई सच्चा और सबल गुरू है तो वह शिव ही हैं। साहब श्री हरीन्द्रानंद जी का संकल्प है कि धरती का प्रत्येक व्यक्ति शिव का शिष्य बने और मानव जीवन शिवमय व मंगलमय हो। इसी संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से हम यहां आए हैं।”
उन्होंने कहा कि शिव की शिष्यता एक विचार है, जिसे साहब श्री हरीन्द्रानंद जी ने अनुभव और साधना के बल पर प्रकट किया। उन्होंने शिव को अपना गुरू मानते हुए तीन सूत्रों के माध्यम से शिव गुरू की अवधारणा को स्थापित किया है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में भागलपुर से पधारे गुरू भाई राम नारायण जी, बबलू जी सहित अन्य गुरू भाई-बहनों ने शिव शिष्यता के उद्देश्य पर विचार प्रस्तुत किए और गुरू भजनों की प्रस्तुति देकर माहौल को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।
मंच का संचालन उदय कुमार ने कुशलता से किया। कार्यक्रम की व्यवस्था में राजा, शीला गुरू बहन सहित कई सदस्य सक्रिय रूप से जुटे रहे।
शिव गुरू महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे और शिव शिष्यता के विचार को आत्मसात करने का संकल्प लिया।