किशनगंज में BSDMA द्वारा “सुरक्षित तैराकी” कार्यक्रम का 29वां बैच प्रारंभ, 31 प्रशिक्षु सफल
डूबने से बच्चों की मृत्यु रोकने की दिशा में एक अहम पहल

किशनगंज,06 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) द्वारा संचालित “सुरक्षित तैराकी” कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार को किशनगंज जिले में 29वें बैच का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों — दिघलबैंक, कोचाधामन, पोठिया, टेढ़ागाछ, ठाकुरगंज एवं मुख्यालय क्षेत्र से आए कुल 38 प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूर्व अर्हता जांच (प्रि-क्वालिफाइंग टेस्ट) में भाग लिया, जिनमें से 31 प्रशिक्षु सफल घोषित किए गए।
अब ये सफल प्रतिभागी आगामी 9 दिवसीय मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण में भाग लेंगे, जिसके उपरांत वे अपने-अपने क्षेत्रों में बच्चों को सुरक्षित तैराकी का प्रशिक्षण देंगे। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बच्चों को डूबने से बचाने और मानसून व बाढ़ की स्थिति में जानमाल की हानि को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में शामिल प्रशिक्षुओं ने राष्ट्रीय अंतर्देशीय नौवहन संस्थान (NINI) द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता से पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी जागरूकता भी स्पष्ट रूप से झलकी।
जिलाधिकारी, विशाल राज के निर्देशानुसार जिले में बच्चों की डूबने से होने वाली घटनाओं पर रोक लगाना प्रशासन की प्राथमिकता में है। इसी उद्देश्य से “सुरक्षित शनिवार” जैसे जन-जागरूकता अभियान भी संचालित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के सहयोग से बाढ़ पूर्व मॉकड्रिल एवं बचाव अभ्यास भी जिले में आयोजित किए जा रहे हैं।यह कार्यक्रम न केवल जीवन रक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, बल्कि यह बच्चों एवं समुदाय में आपदा प्रबंधन, सुरक्षा तथा पर्यावरण संरक्षण की समझ और भागीदारी को भी सशक्त बनाता है।