प्रमुख खबरें

खेलो इंडिया में हिमाचल का खाता खोलना चाहती हैं अब तक 6 विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली अस्मिता एथलीट निधि डोगरा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के तहत बिहार के गया में हो रहे योगासन स्पर्धाओं में हिमाचल प्रदेश की निधि डोगरा अपना हुनर दिखाने के लिए तैयार हैं। वह हिमाचल की एकमात्र और पहली योगासन खिलाड़ी हैं, जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। पिछले दो साल से खेलो इंडिया अस्मिता लीग में खेल रही निधि इसी के अनुभव के आधार पर अब तक छह विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं और अब खेलो इंडिया में पदकों की झड़ी लगाना चाहती हैं।

कर्म योगशाला योगासन स्पोर्ट्स कोचिंग सेंटर (हमीरपुर) में प्रैक्टिस करने वाली निधि अपने राज्य की पहली योगासन खिलाड़ी हैं, जिसने स्कूली योगासन प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त किए हैं। उनके पिता एक सरकारी स्कूल में योगासन के टीचर हैं और उनसे ही वह योगासन सीखी हैं।

निधि ने योगासन को चुनने के बारे में साई मीडिया से कहा, ” मेरे पिता एक सरकारी स्कूल में योगासन के कोच हैं। उनके बच्चों को सिखाते हुए देखकर मेरी भी इसमें रुचि बढ़ने लगी। मैं अपने पिता से ही इसकी कोचिंग लेती हूं और अब तक की सफलता का श्रेय भी उन्हीं को ही जाता है। मैंने इस साल जनवरी में एसजीएफआई में आर्टिस्टिक इवेंट में कांस्य पदक हासिल किया था और उसी के आधार पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के लिए मेरा चयन हुआ।”

आपको बता दें कि खेलो इंडिया अस्मिता लीग खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और देश भर में विभिन्न आयु वर्गों की महिला एथलीटों को प्रतिस्पर्धा का अनुभव प्रदान करने के लिए, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) के सहयोग से, कई आयु समूहों के लिए खेलो इंडिया अस्मिता महिला लीग/टूर्नामेंट आयोजित किया जाता है। महिलाओं के लिए खेल मिशन के अपने हिस्से के रूप में, तकनीकी संचालन और अन्य आकस्मिक खर्चों के लिए साई, खेलो इंडिया (केआई) द्वारा आंशिक या पूर्ण रूप से वित्तपोषण प्रदान किया जाता है।

केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा शुरू की गई इस अस्मिता योगासन लीग का उद्देश्य योगासन खेल में महिलाओं को सशक्त बनाना है, ताकि उनका परिवार स्वस्थ और तंदुरुस्त रह सके। 2021 में शुरू की गई अस्मिता लीग का उद्देश्य न केवल खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है, बल्कि लीग का उपयोग भारत के कोने-कोने में नई प्रतिभाओं की पहचान के लिए एक मंच के रूप में करना है। पिछले साल कुल 163 अस्मिता महिला लीग आयोजित की गईं थी, जिनमें 12 खेल स्पर्धाओं में 17,000 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया था।

निधि ने अस्मिता लीग में खेलने से मिलने वाले अनुभव के बारे में बात करते हुए कहा, ” अस्मिता लीग में खेलने से मुझे काफी अनुभव मिला है। मैं पिछले दो साल से खेलो इंडिया अस्मिता लीग भाग ले रही हूं। अपने पिछले अस्मिता लीग में बेहतर स्वास्थ्य ना होने के कारण पदक जीतने से चूक गई थी। लेकिन पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग ले रही हूं। खेलो इंडिया के स्कीम में शामिल होने से राज्य सरकार की तरफ से हमें एक कोच, टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए आने-जाने का पूरा खर्च सरकार देती है। ”

अब 16 साल की हो चुकीं निधि 2020 में इंटरनेशनल योगा ओलिंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा 2021 में आर्टिस्टिक योगा सिंगल में वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुकी हैं। साथ ही वह राष्ट्रीय योगासन खेल प्रतियोगिता में तीन कांस्य पदक जीतने के अलावा हिमाचल प्रदेश की बेस्ट योगा प्लेयर भी रह चुकी हैं.

अस्मिता खेलो इंडिया में अपनी योगासन का हुनर दिखा चुकीं निधि के नाम छह रिकॉर्ड दर्ज है। उनके नाम प्रणव आसन (47.25 मिनट), एक पाद विपरीत कटी उठिष्ट आसन (50 मिनट),  हैंड स्टैंड में 1.36 मिनट आसन, अधिक से अधिक योगासनों का प्रदर्शन (118 आसन 03.24 मिनट), चक्रासन में 27 मिनट रुकना और स्कार्पियन पोजीशन में पैरों के साथ 47 सेकंड में तीन तीर टारगेट पर शूट करना शामिल है।

निधि ने अपनी इन उपलब्धियों पर कहा, ” ये मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और मैं इसे एक अवसर के रूप में देखती हूं। ये उपलब्धि मुझे आगे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करती हैं। साथ ही साथ ये मुझे और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं।”

16 साल की निधि डोगरा जिला हमीरपुर के चौरी खियाद की रहने वाली हैं तथा सुपर मैग्नेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर में बारहवीं कक्षा की छात्रा हैं।

अपने अगले लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर निधि ने कहा, ” यहां आने से पहले भी मैं घर पर चार से पांच घंटे तक प्रैक्टिस कर रही थी। मेरा लक्ष्य खेलो इंडिया में अपने राज्य के लिए पदक जीतना है। मेरे राज्य से अभी तक किसी ने भी योगासन में पदक नहीं जीता है और ना ही इस खेल में राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन ये मेरी किस्मत है कि मैं इसमें यहां तक आई हूं और अब पदक जीतना ही मेरा सपना है।”

For More on Khelo India Youth Games, click: https://youth.kheloindia.gov.in/
For Medal Tally of KIYG 2025, click: https://youth.kheloindia.gov.in/medal-tally

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button