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प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में पटना शहरी क्षेत्र में यातायात-प्रबंधन, अतिक्रमण-उन्मूलन अभियान तथा परिवहन व्यवस्था को सुरक्षित, व्यवस्थित एवं जाम-मुक्त बनाने हेतु बैठक हुई

लोकी नाथ प्रसाद /पादा संग्रहालय को अंतर्विभागीय सहयोग सुनिश्चित करने का सम्यक प्रमाणन का आयुक्त ने दिया निदेश

सरकार के लिए नागरिकों को उत्तम सुविधा उपलब्ध; समग्र तंत्र इसके लिए सतर्कता एवं तत्परता आयुक्त ने कहा

ओवरलोडिंग एवं अवैध फिल्मों के प्रदर्शन के लिए नियमित रूप से स्पेशल ड्रूवेल्स चलाए गए कमिश्नर ने अधिकारियों को निदेश दिया

कमिश्नर, पटना प्रमंडल, पटना श्री मयंक वरवड़े ने कहा है कि पटना शहरी क्षेत्र में सुव्यवस्थित ट्रैफिक-प्रबंधन सरकार की सर्वाेच गैजेट से एक है। इसके लिए सभी स्टेक होल्डर्स सतर्कता, तत्पर एवं अत्याधुनिक बने रहें। वे आज आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में पटना शहर में यातायात-प्रबंधन, विक्रय-उन्मूलन और परिवहन अभियान व्यवस्था को सुरक्षित, सुरक्षा और जाम-मुक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में आदेश कर रहे थे। कमिश्नर ने निदेश दिया कि पटना में क्रोमियम जाम की समस्या का समाधान अधिकारीगण एक्शन मोड में रहें। सड़कों पर नियमित पेट्रोलिंग करें। साइट को क्रियाशील रखें। वेंडिंग जोन का प्रतिष्ठान। दीर्घकालीन योजना का निर्माण करें।

कमिश्नर ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पटना शहर को सर्वानुकुल बनाना है। सुविधा एवं ऑटोमोबाइल की व्यवस्था में अत्यावश्यक है। यह हमारी कार्यशैली एवं जीवन-शैली पर भी काफी प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था को सुरक्षित, जाम मुक्त बनाने की लगातार कोशिश की जा रही है। आर्किटेक्चर, आर्किटेक्चर और आर्किटेक्चर के उल्लंघन के प्रशासन शून्य सहनशीलता के सिद्धांत पर काम करता है। नगर विकास विभाग, सीमेंट पुलिस, परिवहन, एनएच घाट, वन विभाग, पथ निर्माण, प्रशासन, पुलिस, विधि-व्यवस्था सहित सभी सम्बद्ध समन्वय अंतर्विभागीय समन्वय की स्थापना की गयी। अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन कार्य योजना का निर्माण कर सुनिश्चित करें।

कमिश्नर ने कहा कि जनता के लिए सबसे अच्छी सुविधा उपलब्ध है। समग्र तंत्र इसके लिए जागरूकता एवं तत्पर है।

आज की इस बैठक में पटना शहर में यातायात प्रबंधन एवं प्रबंध-उन्मूलन अभियान पर विस्तृत चर्चा की गई। कमिश्नर ने कहा कि पटना जिले में शहरी व्यवस्था के लिए डेडिकेटेड ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर का गठन किया जाना है। जिला, पटना नियंत्रण के अधीन जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं संबंधित नगर निगम की संबद्ध इकाई सक्रिय है। अपर जिला दंडाधिकारी (नगर-व्यवस्था) को शहरी प्रबंधन को सूचित करने के लिए नियमित रूप से सामुदायिक समागम अभियान संचालित करने का निर्देश दिया गया है ताकि आम जनता को सामुदायिक जाम संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि नेहरू पथ, पटना जंक्शन गोलंबर से पुराना मितव्ययी मार्ग, अशोक राजपथ एवं गंगापथ सहित विभिन्न सड़कों पर नियमित तौर पर व्यवस्थाएं हटाई जा रही हैं। मुख्य पथों पर स्थायी बंदोबस्त के अलावा, यदि कोई हो तो, सर्वसम्मति से निपटान की मंजूरी दी गई। कमिश्नर ने कहा कि एस्केलेटर-युक्त एफओबी, अंडरपास, स्ट्रीट्स का विस्तृत एवं सौंदर्यीकरण, वेंडर्स के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का निर्माण एवं अन्य सभी बिंदुओं पर लगातार काम किया जा रहा है ताकि आम जनता को सरकार के ढांचे के अनुरूप बेहतर-से-बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके।

आयुक्त श्री मयंक वरवड़े ने अधिकारियों को निदेश दिया कि लोगों की हर सुविधा का ख्याल रखें। सभी स्टेकहोल्डर्स से संवाद कायम रखें। जिला प्रशासन के सभी अंग यथा नगर व्यवस्था, परिवहन, जिला नियंत्रण कक्ष, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा नगर निकाय सुचारू यातायात व्यवस्था हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करें। ई-रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा के नियमों के अनुसार सुगम परिचालन हेतु कार्य करें। नियमित तौर पर प्रभावी ढंग से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएँ। पब्लिक न्यूसेंस हटाने के लिए नोटिस देकर कार्रवाई करें। इंफोर्समेन्ट एजेंसी लगातार सक्रिय रहे तथा नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराएँ। नो पार्किंग जोन एवं नो वेंडिंग जोन का निर्धारण कर अनुपालन सुनिश्चित कराएँ, उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध विधिसम्मत कठोर कार्रवाई करें। यातायात प्रवाह को आवश्यकतानुसार रेगुलेट करें। समय का निर्धारण कर वाहनों को अलग-अलग अन्तराल पर छोड़ें। अनावश्यक कट को बंद करें। जेब्रा क्रॉसिंग का निर्माण करें।

प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि पटना हमसब का शहर है। यह हमारे राज्य की राजधानी है तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसे ट्रैफिक जाम एवं प्रदूषण से मुक्त तथा बेहतर रखना हमसब की जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए नियमित तौर पर आवश्यक कार्रवाई की जाती है। जिला सड़क सुरक्षा समिति, ऑटो/ई-रिक्शा संघों तथा निजी विद्यालयों के प्रबंधन के साथ नियमित तौर पर बैठक की जाती है। सुरक्षित एवं सुगम यातायात प्रबंधन के सभी मानकों के प्रति प्रशासन सजग एवं तत्पर है। पटना शहर में अनावश्यक कट को बंद किया गया है। सार्वजनिक परिवहन की बसें उत्कृष्ट तकनीकों पर आधारित तथा सीएनजी से परिचालित हैं। मेट्रो का भी निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि जिस प्रकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मेट्रो से सार्वजनिक परिवहन में परिवर्तन आया है उसी तरह हमलोग पटना में भी प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में विभिन्न बैठकों में ई-रिक्शा संघों, ऑटो रिक्शा संघों सहित सभी स्टेकहोल्डर्स से विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया था। बैठक में जो भी सुझाव प्राप्त हुआ था उसपर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।

आज की इस बैठक में यातायात प्रबंधन से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। रेलवे स्टेशन, कारगिल चौक, राजेन्द्र नगर टर्मिनल स्टेशन, सिपारा पुल, राजा बाजार पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, बैरिया, अशोक राजपथ, नेहरू पथ फ्लाईओवर का आदि स्थलों पर जाम की समस्या के समाधान हेतु प्रस्तावों पर विस्तृत विमर्श किया गया। वेंडिंग जोन एवं नो वेंडिंग जोन की पहचान, मल्टिलेवल पार्किंग, ऑटो पार्किंग स्थल चिन्हित करना, नो इन्ट्री पर विचार, सड़क की चौड़ाई बढ़ाना, जाम एवं दुर्घटना का कारण खोजने एवं इसका समाधान करने, सार्वजनिक पार्किंग स्थलों की पहचान एवं क्रियान्वयन, अतिक्रमण हटाना, सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन आदि पर विचार किया गया।

प्रमंडलीय आयुक्त ने जिला परिवहन निगम, पटना को निदेश दिया कि ओवरलोडिंग अवैध एवं चलन के कार्यान्वयन के लिए नियमित रूप से विशेष रूप से स्पेशल डॉयरवेज़ स्थापित किया जाएगा और अन्य कार्रवाई की जाएगी। अवैध, मोटरसाइकिल और ऑटो का अवैध और ओवरवेट स्केटिंग के लिए सभी पोर्टफोलियो तत्पर रहते हैं। सीसीटीवी के माध्यम से निदेशों का उल्लंघन करने वाले लोग पहचान कर अपनी कार्रवाई करें। आर्थिक दंड उपाय। पटना नगर निगम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंटीग्रेटेड हार्डवेयर सिस्टम (आईटीएमएस) को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। रिसर्चर्स, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ईसीबी, आरएलवीडी, वीएमडी, ईएनपीआर आदि प्लांट के सहायक उपकरण जा रहे हैं।

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पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लगभग 415 डेस्टिनेशन पर 3300 से अधिक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसमें संतृप्त कैमरा 2,602; रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) कैमरा 473; ऑटोमेटिक प्लेट रिकग्निशन (एनपीआर) कैमरा 150; स्पीड वायलेशन डिटेक्शन (एसवीडी) कैमरा 12 और बजट डिटेक्शन एंड क्लास क्लास (वीडीसी) कैमरा 120 का उपयोग किया गया है। 69 स्टैंड पर पब्लिक एड्रेसल सिस्टम से नियमित रूप से उद्घोषणा की सुविधा उपलब्ध है।
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प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि उच्च स्तरीय नेटवर्क प्रबंधन पटना शहर के लिए महत्वपूर्ण है। पटना शहर पूर्वी एवं उत्तर- पूर्वी भारत के लिए द्वार (गेट-वे) की भूमिका है। यहां उत्कृष्ट यातायात, जीवन सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि, विकास एवं लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए डाउनलोड का काम आएगा।

प्रमण्डलीय आयुक्त ने कहा कि सोसायटी की संख्या में वृद्धि के कारण बार-बार यातायात पर दबाव देखा जा रहा है। कंजेशन की समस्या दूर करने और परिवहन के लिए ट्रैफिक-प्रबंधन आवश्यक है। इससे सड़क दुर्घटना को बचाया जा सकता है। उन्होंने साइनेज में विभिन्न स्थानों पर उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

इस बैठक में पुलिस अधीक्षक, वाहन चालक; अपर नगर आयुक्त, पटना विधि नगर निगम, अपर जिला दंडाधिकारी-व्यवस्था, अपर जिला दंडाधिकारी नगर व्यवस्था, जिला ट्रांसपोर्ट नगर निगम, पुलिस उपाधीक्षक, ट्रैफिक, पेसू, पथ निर्माण विभाग और अन्य व्यवस्था के सिद्धांत भी शामिल थे।

 

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