नीतीश सरकार में दलित सांसद और विधायक भी सुरक्षित नहीं

कुणाल कुणाल/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि नीतीश सरकार में दलित सांसद और विधायक सुरक्षित नहीं है। सामंती ताकतों का मनोबल काफी बढ़ गया है। सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह विफल है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। 26 जनवरी 2025 को विद्यालय भवन का उदघाटन करने गए फुलवारी से भाकपा माले विधायक गोपाल रविदास को उदघाटन करने से रोका गया तो 30 जनवरी को सासाराम सुरक्षित सीट से कांग्रेस सांसद मनोज राम के साथ मारपीट की गई।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि एक ही सप्ताह के अंदर बिहार में एक दलित विधायक और एक दलित सांसद के साथ घटी घटना से साबित हो गया है कि जब राज्य में दलित सांसद और विधायक सुरक्षित नहीं है तो आम दलितों की क्या स्थिति होगी। एनडीए सरकार में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है। दलितों पर लगातार हमले हो रहे हैं। बिहार में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। सरकार अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाए अपराधियों को महिमा मंडित कर रही है।
भाकपा राज्य सचिव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दलित सांसद और विधायक के साथ घटी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।