किशनगंज : अवैध खनन को लेकर प्रखंड प्रमुख ने सीएम को दिया पत्र, खनन विभाग के कार्यशैली पर उठ रहे सवाल !
पूरे खेल की खबर उच्चधिकारियों को लगने पर कभी कभी खनन विभाग के अधिकारियों की नींद खुलती है ओर दिखाने के लिए दो चार बालू लोड गाड़ियों को पकड़ कर खानापूर्ति कर दी जाती है
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किशनगंज,21जनवरी(के.स )। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रहे अवैध खनन से क्षेत्र धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होता जा रहा है प्रखंड क्षेत्र में ईंट भट्ठा के बढ़ते तादाद के कारण लगातार अवैध तरीके से मिट्टी का उत्खनन और बालू का अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है वहीं कई घाट ऐसे भी है जहां पर नियम के विरुद्ध अवैध खनन कर सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाई जा रही है। अवैध खनन के कारण दुष्प्रभाव पर्यावरण पर भी पड़ रहा है।
अवैध खनन को लेकर खनन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने पर ठाकुरगंज प्रखंड प्रमुख ने पदाधिकारी पर अवैध खनन में मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया, लिखित पत्र में कहा गया है कि ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत विभिन्न बालू घाटों से अवैध खनन हो रहा है।
ठाकुरगंज प्रखंड की कई नदियां महानंदा, मेची, डोंक इत्यादि में अवैध खनन हो रहा है अवैध खनन के कारण बालू घाटों में बिना रॉयल्टी के माफियाओं का वर्चस्व बना हुआ है पदाधिकारी के मिलीभगत से अवैध खनन किया जाता है जिससे पर्यावरण क्षति के साथ-साथ राजस्व को भी बड़ा नुकसान हो रहा है। और भूमि कटाव एवं बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। माफियाओं के मनोबल में वृद्धि हुई है। इस गंभीर समस्या पर ध्यान देते हुए निम्नलिखित कदम उठाए जाएं जिनमें से अवैध खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए, बालू माफियाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, खनन क्षेत्र में निगरानी हेतु विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाए।
इस संबंध में ठाकुरगंज प्रखंड प्रमुख पंचायत समिति प्रतिनिधि सद्दाम हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि इस पर अभिलंब कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि अवैध खनन को रोका जा सके। गौर करे कि क्षेत्र में चर्चा यह भी हो रही है कि अवैध खनन से संबंधित खबरे लगातार प्रकाशित होने के बावजूद कार्रवाई नही होना बहुत बड़ा सवाल है। आखिर राज क्या है जो अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई नही हो रही है।
गौर करे कि जिले में करीब दो दर्जन जगहों पर विभिन्न नदियों से अवैध खनन कर काला कारोबार किया जा रहा है। यह सब दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे में हो रहा है। पूरे खेल की खबर उच्चधिकारियों को लगने पर कभी कभी खनन विभाग के अधिकारियों की नींद खुलती है ओर दिखाने के लिए दो चार बालू लोड गाड़ियों को पकड़ कर खानापूर्ति कर दी जाती है।
ठाकुरगंज के झाला, कुकुरबाघी, दूधओटी घाट, तातपौआ, ग्वालदांगी, सूरीभिट्टा, मलिनगांव, करुआमनी, कादोगांव, दल्लेगांव, पवना, सुखानी, विलायती बाड़ी, आदि सहित करीब दो दर्जन स्थानों पर महानंदा, मैची, कनकई, चेंगा, डोंक नदियों में रोज लाखों रूपये के बालू का अवैध खनन खुलेआम चल रहा है। अब ऐसे में खनन विभाग को खबर नहीं हो यह पचने वाली बात नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि खनन विभाग के अधिकारियों द्वारा ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है!