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पटना : अपराधियों की संपत्ति अब हम करेंगे जब्त, स्पीडी ट्रायल चलाकर सुशासन स्थापित करेंगे: DGP बिहार

नए कानून में प्रावधान किया गया है कि पुलिस के पदाधिकारी अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त कर सकते हैं। हर थाने को एक दो ऐसे मामले चिन्हित करने पड़ेंगे और त्वरित रूप से कार्रवाई करनी होगी: बिनय कुमार

पटना, 15 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बिहार में नए डीजीपी विनय कुमार ने कार्यभार संभाल लिया है। डीजीपी के रूप में चार्ज लेने के साथ ही विनय कुमार ने अपनी मंशा साफ कर दी। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ चौतरफा प्रहार किया जाएगा। हर हाल में कानून का राज स्थापित किया जाएगा। कानून का राज स्थापित करने में स्पीडी ट्रायल का महत्वपूर्ण योगदान है, हम इसमें तेजी लाएंगे। इतना ही नहीं अब बिहार पुलिस अपराधियों की संपत्ति को जब्त करेगी। हर थाने को टास्क दिय़ा जाएगा। नवनियुक्त डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि कानून का राज स्थापित करने की प्राथमिकता रहेगी, कानून के शासन को स्थापित करने के लिए जितने भी नियम-परिनियम हैं, उन्हें प्रभावकारी ढंग से लागू किया जाएगा। अपराधियों पर सख्त नकेल कसा जाएगा। अपराधियों के खिलाफ चर्तुदीक दिशा से काम किया जाएगा। स्पीडी ट्रायल में सुधार लाने की कोशिश की जाएगी। विनय कुमार ने कहा कि पूर्व में भी स्पीडी ट्रायल ने सुशासन को स्थापित करने में प्रबल भूमिका निभाई थी। इसका बड़ा संकेत जाता है। स्पीडी ट्रायल को सख्ती से लागू किया जाएगा। जो भी चिन्हित केस हैं, जिसमें साक्ष्य की प्रचुरता है, उन्हें चिन्हित कर स्पिीडी ट्रायल के तहत अपराधियों को सजा दिलाई जाएगी। जिससे कानून का राज स्थापित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि नए कानून BNSS में अपराधियों द्वारा अर्जित संपत्ति को जब्त करने का पृथक प्रावधान किया गया है। पहले हम लोग पोस्ट ऑफिस का काम करते थे, और ऐसे मामलों को प्रवर्तन निर्देशालय को भेज देते थे। लेकिन नए कानून में प्रावधान किया गया है कि पुलिस के पदाधिकारी अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त कर सकते हैं। हर थाने को एक दो ऐसे मामले चिन्हित करने पड़ेंगे और त्वरित रूप से कार्रवाई करनी होगी। अपराधियों की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई की जाएगी। पहले जो काम प्रवर्तन निर्देशालय के माध्यम से होता था, अब हम लोग यह काम करेंगे। गौर करे कि बिहार के नए डीजीपी विनय कुमार को पुलिस सेवा का 33 सालों का अनुभव है। उन्हें तेज-तर्रार अधिकारी माना जाता है। इन्हें टारगेट को पूरा करने में माहिर माना जाता है। वहीं, इनकी क्वालिफिकेशन की बात करें तो यहां भी वह अव्वल रहे हैं। आईपीएस विनय कुमार आईआईटीयन रहे हैं। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वर्ष 1991 में वह भारतीय पुलिस सेवा में आ गए। विनय कुमार कई महत्पवूर्ण जिलों के एसपी रहने के साथ पुलिस मुख्यालय में भी अहम पद पर रहे हैं। वह बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम से पहले अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) में एडीजी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह एडीजी विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम में भी उनका कार्यकाल काफी प्रभावी रहा है। इस दौरान उन्होंने कई पुलिस भवनों का निर्माण को पूरा कराया है। गौर करे कि आईपीएस विनय कुमार को टीम लीडर और रिजल्ट देने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में जाना जाता है। वह सितंबर, 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले थे मगर डीजीपी बनने के बाद उनका कार्यकाल न्यूनतम दो वर्ष तक होने की संभावना है। गौर करे कि आईपीएस अधिकारी विनय कुमार मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के रामपुरानी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता इकबाल शुक्ला एक टीचर थे। विनय चार बहनों के इकलौते भाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनय काफी सौम्य स्वभाव और दयालु किस्म के अधिकारी हैं। वह हमेशा लोगों की मदद करते रहते हैं। करीब दो साल पहले उनपर तब दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था जब उनकी पत्नी का निधन हुआ था। आईपीएस विनय कुमार काफी पढ़े लिखे अधिकारियों में शुमार हैं। वह देश के बेस्ट इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने गांव के ही स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी, जबकि राजधानी पटना से इंटरमीडिएट किया था। देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक यूपीएससी की परीक्षा पास कर वह साल 1991 में भारतीय पुलिस सेवा में आए थे। वह अब तक बिहार के कई जिलों में एसपी से लेकर सीनियर एसपी, डीआईजी, आईजी, एडीजी और डीजी के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं और अब पुलिस सेवा के सबसे बड़े अधिकारी यानी डीजीपी के रूप में वह अपनी सेवाएं देंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनय कुमार अगले दो साल तक बिहार के डीजीपी के पद पर तैनात रहेंगे। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार ने डीजीपी के पद के लिए यूपीएससी को उनके नाम का प्रस्ताव भेजा था, जिसके बाद उन्हें बिहार का डीजीपी बना दिया गया।

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