श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने आयोजित समारोह में कहा कि करम पूजा के शुभ अवसर पर मैं विगत कई वर्षों से जमशेदपुर (झारखण्ड) के गोपाल मैदान में आ रहा हूं।….

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/झारखंड के भाइयों एव बहनों के प्रति आभार प्रकट करता हूं कि मुझे इस पवित्र करम पूजा में आने का अवसर प्राप्त अवसर प्रदान करते हैं।
यह पूजा प्रकृति की पूजा है, आज पूरी दुनिया में प्रकृति की आवश्यकता है, क्योंकि पूरी दुनिया आज जलवायु परिवर्तन से परेशान है। झारखंड के हमारे पुरखे कितना सजग थें, कितने बड़े वैज्ञानिक थें। उन्हें आभास था आने वाले दिनों में सिर्फ भारत को ही नहीं, सिर्फ झारखंड को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को प्रकृति ने दिया जंगल , पहाड़ , पेड़ – पौधों को संरक्षित करने की आवश्यकता है ।
आज जलवायु परिवर्तन के कारण बड़ी बीमारियों का जन्म हो रहा है, इसके रोकथाम के लिए बड़ी-बड़ी सरकार योजना बनाकर काम कर रही है। जिन राज्यों में हरियाली परत कम है, वहां हरियाली बढ़ाने के लिए पेड़-पौधे लगाए जा रहे हैं और जल स्रोतों को ठीक किया जा रहा है । जंगल और पहाड़ को संरक्षित की जाए जा रहे हैं और हरियाली पर 33% राज्यों में इसको प्रयास किया जा रहा है। जिन राज्यों के हरियाली परत काम है वहां जलवायु परिवर्तन ज्यादा नुकसान हो रहा है। जलवायु का नुकसान सिर्फ मनुष्य के ऊपर नहीं बल्कि पेड़-पौधे, फसल, पशु-पक्षी तथा पृथ्वी पर जीव जंतु है, सभी इसके शिकार हो रहे हैं। इस अवसर पर झारखंड के कुर्मी सेना अध्यक्ष शैलेंद्र महतो और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद देता हूं ।
उड़ीसा, बंगाल, झारखंड के कुर्मी समाज को अनुसूचित जाति जनजाति में शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि खानपान, रहन-सहन, सभ्यता, संस्कृति इत्यादि सभी तरह के एक जैसा है फिर भी इनके अधिकार को सरकार नजर अंदाज कर रही है, इस पर सभी को विचार करना चाहिए।