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मैन ऑफ़ टाइम- अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच द्वारा मोहब्बत है वतन से..जागो हिन्दुस्तान..

विश्व़गुरु भारत : आत्मदर्शन से विश्व़परिवर्तन की ओर...

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/शहीदों की अमानत, ये अनमोल रतन है। ये सलामत है हमसे, मोहब्बत है वतन से।।यह आत्ममंथन का समय -जागो ऐ इंसान..जागो हिन्दुस्तान..
— कवि संदीप कपूर वक़्तनाम
78वें स्वतंत्रता दिवस पर मैन ऑफ़ टाइम- विश्व़ सुरक्षा अभियान..अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच के तत्वावधान में 135 वां आयोजन- मोहब्बत है वतन से..जागो हिन्दुस्तान..सेमिनार-कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह संस्थापक-अध्यक्ष कवि संदीप कपूर वक़्तनाम की अध्यक्षता में किया गया।

उदघाटनकर्ता सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार ऑल इंडिया रेडियो आकाशवाणी दिल्ली के सेवा निवृत्त केंद्र निदेशक साहित्यकार अरूण कुमार पासवान, मुख्य अतिथि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार दूरदर्शन पटना के केंद्र निदेशक डॉ० राजकुमार नाहर, विशिष्ट अतिथि नेशनल जेनरल सेक्रेटरी एपीएस कवि-पत्रकार निशिकांत राय, महासचिव संध्या कपूर, संरक्षक सेवा निवृत्त पुलिस महानिरीक्षक रघुनाथ प्रसाद सिंह, रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के सेवा निवृत्त वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी कवि ज्ञानेंद्र मोहन ज्ञान, अध्यापक ब्रजेश कु० प्रसाद गौरव, ई० अजीत कुमार सिंह, कार्यक्रम निर्देशक डॉ० कृष्णा सिंह एवं कला निर्देशक डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या ने स्वतंत्रता दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दिया।
जय भारत उदघोष के साथ स्वागत-गान कवयित्री ब्राह्मी कपूर और कवयित्री विश्व़ांगी कपूर ने किया- स्वागतम् इस्तकबाॅल वेलकम।
सेमिनार में विश्व़गुरु भारत- वर्तमान विसंगतियां और समाधान पर साहित्यकार अरूण कुमार पासवान ने सारगर्भित वक्त़व्य दिया। सेमिनार में कवि संदीप कपूर वक़्तनाम ने कहा कि विश्व़गुरु भारत सदियों से विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृतियों को अपने में समेटे हुए है, समय-समय पर अनेक समस्याओं और संकटों का सामना करते हुए 21वीं सदी में प्रवेश किया है। वर्तमान विसंगतियों में हम आत्मदर्शन-12 सूत्र को अपनाकर आत्म रक्षा, राष्ट्र रक्षा और विश्व़ सुरक्षा कर सकते हैं। आत्मदर्शन से ही राष्ट्र-जागरण और विश्व़-परिवर्तन संभव है। इस दिशा में साझा संग्रह मोहब्बत है वतन से और जागो हिन्दुस्तान पुस्तक विश्व़ कीर्तिमान स्थापित करेगी ।
साहित्यकार अरूण कुमार पासवान, डॉ० कृष्णा सिंह, डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या, कवि विमल कुमार, कवयित्री स्मृति कुमकुम, दिल्ली पुलिस पदाधिकारी कवि गुरमीत सिंह मीत मरजाना, कवि सुयश श्रेयस, कवयित्री ब्राह्मी कपूर, कवि आशीष अम्बर, कवयित्री विश्व़ांगी कपूर, कवि लक्ष्मीनारायण सेन, कवि सुनील कुमार आर्य, कवयित्री सिम्पल काव्यधारा ने अपनी देशभक्त़ि रचनाओं की प्रस्तुति दिया‌। सभी आमंत्रित साहित्यकार-पत्रकार-सांस्कृतिककर्मी और समाजसेवी बंधुओं को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ० कृष्णा सिंह ने किया।

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