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अंचल अधिकारियों व जमीन दलालों की संपत्ति की जांच की जाए – बंधु तिर्की

नवेंदु मिश्र

रांची – कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे की तर्ज पर आदिवासी जमीन लुटती जा रही पर सरकारी अधिकारी खामोश, सख्त कार्रवाई जरूरी
पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि रांची जिले में पिछले दस वर्षों से पदस्थापित सभी अंचलाधिकारियों और उनके नजदीकी संबंधियों-रिश्तेदारों एवं मित्रों की चल-अचल संपत्ति की जांच-पड़ताल गहराई से की जानी चाहिये. श्री तिर्की ने कहा कि रांची में जमीन दलालों ने कोहराम मचा रखा है और वे लगातार सरकारी जमीन के साथ ही आदिवासियों की जमीन को भी लूटने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बात की जरूरत है कि अब सभी जमीन दलाल और जमीन के व्यवसाय में कार्यरत सभी लोगों की गहराई से जाँच करने के साथ ही उनकी संपूर्ण गतिविधियों पर सरकार कड़ी नजर रखे.
श्री तिर्की ने कहा कि सरकार की ओर से राजस्व वसूली का जिम्मा सभी अंचलों में अंचलाधिकारियों की जिम्मेदारी है लेकिन अपने इस दायित्व के निर्वहन के दौरान वे न केवल सरकार बल्कि आम ग्रामीणों के साथ भी विश्वासघात कर रहे हैं और आदिवासियों एवं मूलवासियों की जमीन व्यापक स्तर पर लूटी जा रही है. श्री तिर्की ने कहा कि सरकारी दस्तावेजों में की जा रही हेर-फेर और छेड़-छाड़ ही से यह पूरी तरीके से प्रमाणित हो गया है कि अंचलाधिकारियों के ऊपर सरकार के संबंधित अधिकारियों का अंकुश नहीं है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस प्रकार से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई में कांके में 700 एकड़ से ज्यादा जमीन लूट की बात पता चली है और जिस प्रकार से वहां के आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है वह बेहद ही खतरनाक है.

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