कोचाधामन : अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रशाखा-बालूबाड़ी द्वारा आयोजित जिलास्तरीय 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ संस्कार महोत्सव एवं प्रज्ञा पुराण कथा का आज से प्रारंभ..

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रशाखा- बालूबाड़ी कोचाधामन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ संस्कार महोत्सव एवं प्रज्ञा पुराण कथा का प्रारंभ आज, भव्य एवं दिव्य कलश यात्रा शोभा के साथ हो गया हैं। जैसा कि वरिष्ठ प्रज्ञा-श्यामानंद झा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवा निवृत्त प्रधानाध्यापक ने बताया कि केन्द्र द्वारा पधारें मानस पुत्रों द्वारा कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। दिव्य मंच संचालन एवं उद्बोधन करते टोली नायक भाई सत्यानारायण जी अपने सहयोगियों भाई विनय पांडेय गोविंद शास्त्री एवं बजरंगी कुमार के साथ प्रज्ञा संगीत एवं गायत्री मंत्र के साथ यज्ञ आरंभ किया। टोली का भव्य स्वागत ग्रामीणों के द्वारा किया गया।
श्यामानंद झा ने संक्षिप्त परिचय कराते हुए बताया कि कलश शोभा यात्रा नारी शक्तियों द्वारा संपन्न में भाव भरा दर्शन छुपा हुआ हैं। नर और नारी एक समान का उद्घोष करते हुए कहा कि जहां तक पवित्रता श्रद्धा निष्ठा की बात हैं आध्यात्मिक क्षेत्र में नारी का सर्वोच्च स्थान हैं। साथ ही नारी सशक्तिकरण एवं उत्थान की दिशा में हमारा मिशन युग निर्माण योजना उच्च स्तरीय कार्य सम्पादित कर रहा है। नारी उत्थान के साथ ही भारतीय संस्कृति का उत्थान सुनिश्चित किया जा सकता हैं। श्री झा ने कहा टोली नायक के द्वारा कलश-यात्रा से पूर्व वैदिक रिति-रिवाज के साथ कर्मकांड के माध्यम से आध्यात्मिक धरातल पर विशिष्ट उद्बोधन के साथ नारी शक्ति, समाज एवं राष्ट्र को सशक्त और सामर्थ्यवान बनाने हेतु कार्य करने पर बल दिया गया।
बालूबाड़ी के पावन धरती से कलश शोभा यात्रा गाजे-बाजे के साथ प्रस्थान कर महानंदा से जल भर कर पुनः यज्ञ स्थल पर पहुंच कर कलश स्थापना वैदिक रीति-रिवाज से किया गया तथा नारी- समाज को शब्दों की माला से सम्मानित किया गया। साथ ही घोषणा की गई कि संध्या 6:30 बजे से 9:30 बजे तक प्रवचन, प्रज्ञा संगीत का कार्यक्रम चलेगा। यज्ञान्त 29 मार्च को होगा जिसमें लगातार सबों की सादर उपस्थिति आंमत्रित की गई। कलश-यात्रा की सुन्दरता और भव्यता से ऐसा लगता था, मानो धरती पर स्वर्ग का अवतारण हो चुका हैं नर-नारीयों की भीर हजारों की संख्याओं में देखी गई। किशनगंज जिले के अतिरिक्त अररिया, पुर्णिया, कटिहार आदि कई जिलों से लोगों की उपस्थिति देखी गई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी ग्रामीणो का सहयोग मिल रहा हैं।