किशनगंज : दिव्यांगता जांच शिविर में 42 दिव्यांगों की जांच कर दिया गया प्रमाणपत्र
दिव्यांगता मेडिकल बोर्ड के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. राहुल कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में दिव्यांगता जांच शिविर में 63 दिव्यांगों की जांच की गई। जिसमे 42 को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया है। जिसमे 37 दिव्यांग का शारीरिक परिक्षण एवं 6 दिव्यांग का नेत्र परिक्षण कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया में हैं, साथ ही 09 ऐसे दिव्यांग जो कान मुंह से थे उनको डा. सचिन प्रसाद, ई एनटी, माता गुजरी मेडिकल कॉलेज अस्सेस्मेंट के लिए रेफर किया गया
किशनगंज, 03 अगस्त (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अतिमहत्त्वाकांक्षी यूडीआईडी परियोजना के तहत सूबे में दिव्यांगजनों का कार्ड बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी तुषार सिंगला के दिशा-निर्देश के आलोक में सभी प्रखण्डों के वरीय पदाधिकारी यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए विभिन्न तरह के आयोजन कर अधिक से अधिक कार्डधारी दिव्यांगजनों को आधार से लिंक करने के लिए अपने-अपने प्रखंडों में ऑनलाइन कराना सुनिश्चित कर रहे हैं। जिसमे शनिवार को सदर अस्पताल में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर दिव्यांग व्यक्तियों को प्रमाण पत्र प्रदान करने और उन्हें सरकारी योजनाओं एवं सुविधाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
शिविर में डा. राहुल कुमार, डा. स्वाति कुमारी एवं अविनाश राय, कोऑर्डिनेटर और कर्मचारियों की व्यापक भागीदारी रही। दिव्यांगता मेडिकल बोर्ड के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. राहुल कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में दिव्यांगता जांच शिविर में 63 दिव्यांगों की जांच की गई। जिसमे 42 को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया है। जिसमे 37 दिव्यांग का शारीरिक परिक्षण एवं 6 दिव्यांग का नेत्र परिक्षण कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया में हैं, साथ ही 09 ऐसे दिव्यांग जो कान मुंह से थे उनको डा. सचिन प्रसाद, ई एनटी, माता गुजरी मेडिकल कॉलेज अस्सेस्मेंट के लिए रेफर किया गया। यह आयोजन सिविल सर्जन की देखरेख में किया गया है।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने से दिव्यांग व्यक्ति विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार होगा।शिविर ने समाज में दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ाने का कार्य भी किया। इस तरह के शिविरों का आयोजन भविष्य में भी नियमित रूप से किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक दिव्यांग व्यक्तियों को इसका लाभ मिल सके। सदर अस्पताल का यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिविर में उपस्थित लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं, लाभों और उनके आवेदन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई।