किशनगंज : सम्बल योजना के तहत 42 बैट्री चलित ट्राई साइकिल का किया गया वितरण
ट्राइसिकल वितरण में बहादुरगंज प्रखण्ड के 06, दिघलबैंक-06 कोचाधामन-09, टेढ़गाछ-09 ठाकुरगंज-07 किशनगंज-05 के लाभार्थी थे
किशनगंज, 18 सितंबर, (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी विशाल राज के द्वारा बुधवार को सदर प्रखंड परिसर अवस्थित बुनियाद केंद्र में दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना सम्बल योजनान्तर्गत पात्रता के आधार पर 42 चलंत दिव्यांगजनों के बीच निःशुल्क बैट्री चालित ट्राईसाईकिल का वितरण किया गया।उक्त ट्राइसिकल वितरण में बहादुरगंज प्रखण्ड के 06, दिघलबैंक-06 कोचाधामन-09, टेढ़गाछ-09 ठाकुरगंज-07 किशनगंज-05 के लाभार्थी थे।जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। डीपीएम नूरी बेगम द्वारा पुष्पगुच्छ देकर जिलाधिकारी विशाल राज एवं सहायक निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग रविशंकर तिवारी को सम्मानित किया गया। इसके बाद उनके द्वारा योजना का संक्षिप्त परिचय दिया गया।जिलाधिकारी ने सभी लाभुकों को बधाई देते हुए कहा कि अगर वे किसी अन्य दिव्यांग को जानते हैं जो इसकी पात्रता रखते हैं तो उन्हें भी इसकी जानकारी दें। आवेदन के उपरांत 1 माह के भीतर पात्र पाए गए लाभुकों को निशुल्क बैट्रीचालित ट्राइसाइकिल उपलब्ध करा दी जाएगी। सहायक निर्देशक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, किशनगंज द्वारा बताया गया कि समाज कल्याण विभाग, बिहार, पटना के सम्बल योजनान्तर्गत पात्रता के आधार पर चलंत (Locomotor) दिव्यांगजनों के बीच निःशुल्क बैट्री चालित ट्राईसाईकिल का वितरण किया जाता है। 18 वर्ष या उससे अधिक न्यूनतम 60 प्रतिशत चलंत दिव्यांगता वाले छात्र-छात्राओं एवं स्वालंबंन के उद्देश्य से रोजगार करने वाले पात्र आवेदक समाज कल्याण विभाग के बेवसाईट https://online.bih.nic.in/SWF/SWFTC/Default.aspx के माध्यम ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। किशनगंज जिला अंतर्गत अबतक कुल 144 लाभुकों को इस योजना से लाभान्वित किया जा चुका है। इसके अलावा उपस्थित दिव्यांगजनों को मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना की भी जानकारी दी गई। उनके द्वारा बताया गया की किसी भी समस्या के लिए बुनियाद केंद्र से संपर्क करें। बुनियाद केंद्र में कान, आँख के जांच की भी सुविधा है तथा बुधवार, गुरुवार को फिजियोथेरेपी की भी सुविधा है। वितरण कार्यक्रम में ज़िलाधिकारी के साथ साथ सहायक निर्देशक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, किशनगंज सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।