31 मई को सेवानिवृत्त होने वाले थे कार्यपालक दंडाधिकारी, 40 हजार रिश्वत लेते निगरानी के हत्थे चढ़े…
10 हजार रुपए लिया था एडवांस अफाक के पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपए में तय किया था सौदा।
जमीन विवाद के एक मामले में सोमवार 16 अप्रैल को निगरानी टीम ने अररिया में पदस्थापित दंडाधकारी निरंजन शर्मा को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते चैंबर में दबोच लिया।निगरानी की 10 सदस्यीय टीम कार्यपालक को लेकर किसी अज्ञात स्थान पर लेकर चले गए।टीम ने केवल इतना ही बताया कि दंडाधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।सदस्यों ने यह भी बताया कि पूछताछ के बाद ही घटना की जानकारी दी जाएगी।इधर उनकी गिरफ्तारी से सरकारी महकमें में खलबली मची हुई है।जानकारी के अनुसार दंडाधिकारी इसी साल 31 मई को सेवानिवृत होने वाले थे।वे चार सालों से अररिया में पदस्थापित थे।जमीन विवाद के एक मामले में रिश्वत लेने का आरोप,10 हजार रुपए लिया था एडवांस अफाक के पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपए में तय किया था सौदा।जानकारी के अनुसार जोकीहाट के गिरदा गांव के रहने वाले अफाक एवं उस्मान के बीच जमीन का विवाद चल रहा है।इस मामले में धारा 144 के तहत केस दर्ज किया गया है। जिसकी सुनवाई दंडाधकारी निरंजन शर्मा कर रहे थे।पक्ष में फैसला देने के लिए दंडाधिकारी ने अफाक से 50 हजार रुपए में सौदा किया।सौदा तय होने के बाद 10 हजार रुपए अग्रिम दिया गया।शेष 40 हजार रुपए आज दिया जाने की बात हुई थी।इससे पूर्व अफाक ने पटना जाकर निगरानी विभाग में रिश्वत खोरी की शिकायत दर्ज कराई।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह