देहरादून-त्रिवेंद्र रावत ने शनिवार को उत्तराखंड के सीएम पद की शपथ ली।आप को बताते चले की रावत झारखंड बीजेपी के इंचार्ज भी रहे हैं।न्यूज एजेंसी के मुताबिक,देहरादून में हुई मीटिंग में धर्मेन्द्र प्रधान,जेपी नड्डा और श्याम जाजू के अलावा बीजेपी के सभी 57 विधायक मौजूद थे।इस दौरान रावत को विधायक दल का नेता चुना गया।नरेंद्र मोदी,अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर लीडर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। रावत ने देहरादून की डोईवाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के सीनियर लीडर हीरा सिंह बिष्ट को 24,869 वोटों से हराया था। वे उत्तराखंड में कृषि मंत्री रह चुके हैं।त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर मुहर गुरुवार को दिल्ली में लगी थी।उन्हें अचानक दिल्ली बुलाया गया था।आपको मालुम ही की त्रिवेंद्र रावत अमित
शाह के बहुत करीबी हैं।बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी और जर्नलिस्ट रह चुके है रावत,और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी इन्होंने शाह के साथ काफी काम किया था।संघ की प्रदेश इकाई ने भी रावत के नाम पर मुहर लगाई थी।2014 में झारखंड का इंचार्ज बनने के बाद इनके नेतृत्व में राज्य में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी।बता दें कि उत्तराखंड 2000 में यूपी से अलग होकर नया राज्य बना था।त्रिवेंद्र सिंह रावत आरएसएस के प्रचारक रहे हैं।अमित शाह के साथ भी इनकी खूब पटरी बैठती है।लोकसभा चुनावों में शाह यूपी के प्रभारी थे तो रावत सह-प्रभारी।तब बीजेपी के 80 में से 73 कैंडिडेट्स जीते थे।इसके बाद शाह ने रावत को 2014 में विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड का प्रभारी बनाया तो पहली बार पार्टी की बहुमत की सरकार बनी।रावत को फिर नमामि गंगे समिति का नेशनल कन्वीनर बनाया गया।रावत को एडमिनिस्ट्रेशन चलाने का तजुर्बा भी है।वे खंडूरी और रमेश पोखरियाल की कैबिनेट में मंत्री रहे हैं।