अररिया : आयुष्मान भारत के तहत संचालित विद्यालय स्वास्थ्य एवं आरोग्य कार्यक्रम के तहत जिले के 150 विद्यालयों को पुरुस्कार के लिये किया गया नॉमिनेट।

प्रथम तीन विद्यालयों को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटों देकर किया गया सम्मानित, वहीं सात विद्यालयों को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।अररिया/अब्दुल कैय्यूम, आयुष्मान भारत के तहत संचालित विद्यालय स्वास्थ्य एवं आरोग्य कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी को लेकर चिह्नित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों का टॉउन हॉल अररिया में सम्मान समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया।
राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद व जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी इनायत खान ने की। कार्यक्रम के दौरान प्रथम तीन विद्यालयों को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया। वहीं सात विद्यालयों को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया। इस क्रम में चिह्नित विद्यालयों के स्वास्थ्य व आरोग्य दूत को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी इनायत खान, उप विकास आयुक्त मनोज कुमार, सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार, डीआईओ डॉ मोईज ने कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि समाज के निर्माण में स्कूली शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है। नौनिहालों के सर्वांगीण विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी समाज व देश की तरक्की को नये आयाम तक पहुंचाने के लिये जरूरी है।
उन्होंने कहा कि स्कूली छात्रों को पाठ्य पुस्तक की समझ के साथ सेहतमंद जिंदगी व स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूकता से ही सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने शिक्षकों को अपने छात्रों के समक्ष हमेशा आदर्श के रूप में पेश करने के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि पुरस्कार के लिये जिले के 150 विद्यालयों को नॉमिनेट किया गया था। इसमें से बेहतर तीन विद्यालयों को चयन कर पुरस्कृत किया गया है। वहीं अन्य सात को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया है। जो जिले के अन्य सभी विद्यालयों के लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे। उप विकास आयुक्त ने कहा कि स्वस्थ रहकर ही बेहतर शिक्षा हासिल की जा सकती है। स्वस्थ बच्चों के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के लिये उनका सेहतमंद होना जरूरी है। स्कूली छात्रों को स्वास्थ्य, उचित पोषण व स्वच्छता के महत्व से अवगत कराने में विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। विद्यालय में स्वस्थ व स्वच्छ माहौल के निर्माण में वहां कार्यरत शिक्षकों के ऊपर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्हें इनका सफलतापूर्वक निवर्हन करना चाहिए। कार्यक्रम को सिविल सर्जन एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संबोधित करते हुए कार्यक्रम के महत्व से उपस्थित लोगों को अवगत कराया। विद्यालय स्वास्थ्य व आरोग्य कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी को लेकर सिकटी प्रखंड के एएमएस मसुंडा के प्रधानाध्यापक सत्यनारायण मंडल को प्रथम पुरस्कार, फारबिसगंज प्रखंड के यूएचएस शुभंकरपुर के प्रधानाध्यापक रामप्रताप वर्मा को द्वितीय व प्लस टू आरएन एचएस रमई के प्रधानाध्यापक रंजीत कुमार सिंह को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वहीं कुर्साकांटा के यूएमएस कल्हुआ बकरी, फारबिसगंज के यूएमएस टेढ़ी मुसहरी, ली अकादमी फारबिसगंज, यूएचएस खोरागाछ, एएमएस बरदाहा सिकटी, प्लस टू बीडीजी गर्ल्स हाई स्कूल फारबिसगंज व पलासी प्रखंड के यूएचएस धर्मगंज के प्रधानाध्यापकों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार, डीएमएनई पंकज कुमार, डीसीएम सौरव कुमार, आरबीएसके के डीसी डॉ तारीक जमाल सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी व जिले भर से आये विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक मौजूद थे।