किशनगंज में बाल विवाह उन्मूलन को लेकर 100 दिवसीय गहन जागरूकता अभियान शुरू

किशनगंज,24दिसम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार 27 नवंबर 2025 से 08 मार्च 2026 तक बाल विवाह की कुप्रथा को समाप्त करने तथा बालिकाओं एवं महिलाओं के बीच शिक्षा, कौशल एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूरे देश में 100 दिवसीय गहन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में किशनगंज ज़िले में भी डीएम विशाल राज के निर्देश पर चरणबद्ध रूप से व्यापक कार्ययोजना तैयार कर अभियान का संचालन किया जा रहा है।
अभियान के तहत ज़िले के सभी उच्च विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जहाँ छात्र-छात्राओं को बाल विवाह के दुष्परिणामों, कानूनी प्रावधानों एवं शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, विशाल राज ने बताया कि भारत में लड़कियों के लिए विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा लड़कों के लिए 21 वर्ष निर्धारित है। इसके बावजूद आज भी समाज में बाल विवाह जैसी कुप्रथा देखने को मिलती है, जो बच्चों के बचपन, शिक्षा और भविष्य के सपनों को छीन लेती है। विशेष रूप से लड़कियों के लिए बाल विवाह अत्यंत घातक सिद्ध होता है, क्योंकि कम उम्र में विवाह से उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ जाती हैं।
उन्होंने बताया कि अशिक्षा, गरीबी, सामाजिक दबाव और पुरानी परंपराएँ बाल विवाह के प्रमुख कारण हैं। हमें यह समझना होगा कि वही परंपराएं समाज के लिए उपयोगी हैं जो उसे आगे बढ़ाएँ। सरकार द्वारा बाल विवाह रोकने के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन समाज की सक्रिय भागीदारी के बिना इस कुप्रथा का पूर्ण उन्मूलन संभव नहीं है।
जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे बाल विवाह के विरुद्ध आवाज़ उठाएं, बच्चों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करें तथा अपने आसपास होने वाले बाल विवाह को रोकने में सहयोग करें।
अंत में सभी से यह संकल्प लेने का आह्वान किया गया कि वे न केवल स्वयं बाल विवाह का विरोध करेंगे, बल्कि दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करेंगे।


