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मास्टरमाइंड हैं आयोग के सचिव,पुख्ता सबूत मिलने पर हुई गिरफ्तारी,ऑपरेटर अविनाश सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ…
राज्य सरकार ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा रद कर दी है। परीक्षा के दो चरणों में पेपर लीक होने और व्यापक गड़बड़ी के सबूत मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद यह घोषणा की।प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) ने मंगलवार को हिरासत में लिए गए बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम को गिरफ्तार कर लिया।अभी तक की जांच में परमेश्वर राम को ही पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।उनके मोबाइल से भी पेपर लीक करने के सबूत पुलिस मिले हैं।पहले चरण की जनवरी और दूसरे चरण की 5 फरवरी को हुई परीक्षा के पूर्व ही प्रश्नपत्र और उत्तर वाट्सएप पर लीक हो गए थे।दूसरे चरण की परीक्षा के दिन ही नवादा में पेपर लीक करने वाला बड़ा गिरोह पकड़ा गया था,जिसने जानकारी दी थी कि प्रति अभ्यर्थी छह लाख रुपये में पेपर लीक कराकर उन्हें भर्ती कराने का सौदा किया गया।आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम बनाई गई थी।जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा रद करने की अनुशंसा की।जिसके बाद सरकार ने इसे रद करने का फैसला लिया है।

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और डीजीपी संग की बैठक मालुम हो की विशेष कैबिनेट के ठीक पहले मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पीके ठाकुर के साथ परीक्षा पेपर लीक से जुड़ी एसआइटी की अनुशंसा पर विचार-विमर्श किया।बैठक में फैसला किया गया कि परीक्षा रद कर दी जाए।इसके पहले जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान के दफ्तर में डीआइजी शालिन,एसआइटी के प्रभारी सह एसएसपी मनु महाराज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई।बीएसएससी सचिव परमेश्वर राम और डाटा इंट्री ऑपरेटर के पेपर लीक में शामिल होने के तमाम साक्ष्यों पर चर्चा हुई।बैठक के बाद सचिव और डाटा इंट्री ऑपरेटर की गिरफ्तारी का निर्णय लिया गया।पटना के एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि अब तक की छानबीन के बाद मिले साक्ष्य के आधार पर सचिव परमेश्वर की गिरफ्तारी हुई है।डाटा इंट्री ऑपरेटर अविनाश सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की जा रही है।मंगलवार की रात 11 बजे तक और बुधवार को दोपहर तक अविनाश से पूछताछ हुई है।इसके अलावा बीएसएससी के अन्य कई कर्मियों को बुलाया गया।डाटा ऑपरेटर चार साल से आयोग में काम कर रहा।वह सिपारा का रहनेवाला है।परमेश्वर के घर एसआइटी की छापेमारी में भी कई दस्तावेज मिले हैं। तारकेश्वर चा के बाद परमेश्वर चा गए जेल,एक गए टापर कराने में और दूसरा गए बीएसएससी पास कराने और दोनों के नाम में लगते है…श्वर !

एसआइटी ने पर्चा लीक मामले की सत्यापन रिपोर्ट शासन को भेज दी है।बीएसएससी के पहले चरण की परीक्षा में ही पेपर लीक और धांधली के आरोप लगे छात्र संगठनों ने आयोग कार्यालय का घेराव किया और सचिव के साथ मारपीट की,मुख्य सचिव-डीजीपी के साथ विमर्श करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए,पटना के एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआइटी बनी,दूसरे चरण की परीक्षा के पहले ही पेपर लीक हो गए और छात्रों ने धांधली के आरोप लगाए,एसआइटी ने बीएसएससी कार्यालय पहुंच आयोग के सचिव कार्यालय की जांच पड़ताल की,आयोग के सचिव,तीन कर्मचारी समेत कुल छह लोगों को हिरासत में लिया गया,एसआइटी ने जांच में मिले सुराग के आधार पर परीक्षा कैंसिल करने की अनुशंसा की,मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने परीक्षा रद करने के आदेश जारी किए…परमेश्वर राम की गिरफ्तारी के बाद आयोग के अन्य अधिकारियों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि प्राथमिक जांच में सचिव के खिलाफ सबूत मिले हैं।इसीलिए परीक्षा रद कर दी गई है और सचिव गिरफ्तार किए गए हैं।जांच आगे बढ़ेगी तो जिनकी भी संलिप्तता पाई जाएगी,उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (IG) नैयर हसनैन खां ने बताया कि SIT की मंगलवार देर रात सचिव के आवास में की गई छापेमारी के दौरान कई अहम सुराग मिलने के बाद उन्हें तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर अविनाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि एसआइटी पूरी तरह सक्रिय है और लगातार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इधर,पुलिस के अनुसार,नवादा जिले के हिसुआ से भी इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वही बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी क्या कहते है:-

बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित इंटर स्तरीय परीक्षा में हुए प्रश्न पत्र लीक मामले में बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि प्रश्न पत्र लीक मामले में सभी पहलुओं पर जांच जारी है थोड़ा इन्तजार कीजिए।शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि कुछ लोगों के वजह से बिहार की बदनामी हो रही है।शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आगे कहा कि धैर्य रखिये जिस तरह बिहार टॉपर घोटाला में सभी अभियुक्तों को बेनकाब किया गया था उसी तरह इसमें भी सभी को सजा दिलाया जायेगा।




