सीडीपीओ शशिकला सिंह की गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को लेकर महिला सुपरवाइजरों का एक दिवसीय धरना…
किशनगंज महिला पर्यवेक्षिका पल्लवी सिंह की आत्महत्या का मामला शांत होने का नाम नही ले रहा।हड़ताल पर चल रही जिले की सभी महिला पर्यवेक्षिकाओ ने धरना देने के बाद आज दिनांक-25.04.2018 को बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन जिला इकाई किशनगंज के तत्वाधान में महिला पर्यवेक्षका एवं आंगनवाडी सेविका सहायिकाओ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से एक प्रस्ताव पारित कर निम्नलिखित मांग समर्पित करते हुए शीघ्र कार्यान्वयन की मांग किया है।आपको बताते चले कि दिनांक-11.04.2018 को महिला पर्यवेक्षिका स्व० पल्लवी कुमारी सीडीपीओ शशीकला द्वारा लगातार मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर किए गए आत्म

हत्या की उच्चस्तरीय (सीबीआई) जांच करवाई जाए एवं दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।विदित हो कि सीडीपीओ शशिकला सिंह अपने तानाशाह स्वभाव एवं अपने कर्मी के साथ दुर्व्यवहार अभद्र भाषा का प्रयोग के लिए शुरू से ही चर्चा में रही है।उनके अधीनस्थ महिला पर्यवेक्षिकाओ एवं स्व० महिला पर्यवेक्षिका पल्लवी सिंह भी मानसिक प्रताड़ना एवं दुर्व्यवहार के लिए कई बार अपने उच्च अधिकारी के समक्ष लिखित रूप से गुहार लगाई थी।किन्तु आज तक उनके लिखित आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।अगर वरीय पदाधिकारी द्वारा स्व० महिला पर्यवेक्षिका पल्लवी सिंह की आवेदन पर विचार किया जाता तो आज ये नौबत
नहीं आनी थी और पल्लवी अभी जीवित रहती।बाल विकाश परियोजना पदाधिकारी एवं वरीय पदाधिकारी के द्वारा असमय (अहले सुबह एवं देर रात तक) संविदा की महिला पर्यवेक्षिका को बुलाकर काम लिया जाता है।ऐसे में कहीं भी महिला पर्यवेक्षिका सुरक्षित नहीं है।अगर प्रशासन अब भी सजग नहीं हुआ तो कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है इस परिस्थिति में सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन जिला इकाई किशनगंज के जिलाध्यक्ष वाजदा खातून ने कहा की हम सभी पर्यवेक्षिकाओ को सीडीपीओ के द्वारा सेवा अवधि विस्तार के अधिकार को समाप्त किया जाए एवं
सीधे राज्य मुख्यालय से सेवा विस्तार कर सभी की सेवा नियमित की जाए।स्व० महिला पर्यवेक्षिका पल्लवी सिंह की चयनमुक्ति के आदेश को निरस्त करते हुए उन्हें अनुग्रह अनुदान की राशि दी जाए ताकि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।आपको बताते चलें कि महिला पर्यवेक्षिकाओ ने इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से मांग किया है कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शशिकाला सिंह को अतिशीघ्र गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए तथा मामले की उच्चस्तरीय (सीबीआई) जांच कराई जाए एवं दोषी को सजा दी जाए।तथा उनके दोनों बच्चों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा अभिलंब देने की मांग की।वही कोचाधामन के लोकप्रिय विधायक मुजाहिद आलम ने एसपी राजीव मिश्रा से उनके कार्यालय में मिलकर एलएस स्व० पल्लवी कुमारी कांड के अभियुक्त निलंबित सीडीपीओ शशिकला व नामजद अभियुक्तों को जल्द गिरफ्तार करने कि मांग की।एसपी ने कहा कि इस कांड के अन्य नामजद अभियुक्त सहित शशिकला की गिरफ्तारी जल्द की जाऐगी तथा किसी भी सूरत में दोषियों को बख्सा नहीं जाये।वही धरणा में जिलाध्यक्ष वाजदा खातून प्रीति सिंह रंजू देवी शायरा बेगम जूली कुमारी मधु जोशी नीलिमा कुमारी अनिता कुमारी आदि मौजूद थी।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह