बिहार में पांव जमाने को राजनीतिक अभिनय का सहारा ले रहे हैं राहुल गांधी – उमेश सिंह कुशवाहा
मनीष कुमार कमलिया/जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को जारी बयान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि चूंकि बिहार में कांग्रेस का जनाधार पूरी तरह समाप्त हो चुका है, इसलिए राहुल गांधी अब यहां सियासी ज़मीन तलाशने के लिए राजनीतिक अभिनय का सहारा ले रहे हैं।
श्री कुशवाहा ने कहा कि राहुल गांधी को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि बिहार सामाजिक न्याय की वास्तविक प्रयोगशाला है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बीते दो दशकों में ‘न्याय के साथ विकास’ की जो मिसाल पेश की है, वह आज पूरे देश में एक आदर्श माॅडल के रूप में स्थापित हो चुकी है। ऐसे में नकली सामाजिक न्याय का मुखौटा पहनकर किया जा रहा राहुल गांधी का यह राजनीतिक ढोंग बिहार की जागरूक जनता को कभी भी स्वीकार्य नहीं होगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रोजगार और नौकरी के क्षेत्र में बिहार आज देशभर में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अब तक लगभग 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियाँ दी जा चुकी हैं। हमारा लक्ष्य है कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले 12 लाख सरकारी नियुक्तियाँ पूरी कर ली जाएं। इसके साथ ही 38 लाख रोजगार सृजन की दिशा में भी नीतीश सरकार तीव्र गति से कार्य कर रही है।
श्री कुशवाहा ने सवाल उठाया कि ‘‘शिक्षा न्याय संवाद’’ के मंच से राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में युवाओं को दी गई नौकरी और रोजगार का आंकड़ा क्यों नहीं साझा किया?
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि बिहार में जहां 15 वर्षों तक राजद और देश में करीब 5 दशको तक कांग्रेस का शासन रहा, वहां न तो जातीय गणना की कोई पहल की गई, न ही राष्ट्रीय स्तर पर इसकी गंभीर कोशिश हुई। लेकिन आज जब सियासी ज़मीन खिसकती दिख रही है तो जातीय गणना और सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ झूठी बयानबाज़ी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस की राजनीति सदैव परिवारवाद के इर्द-गिर्द घूमती रही है। उनके लिए सामाजिक न्याय केवल चुनावी नारा रहा है, जबकि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सामाजिक न्याय को नीतिगत स्वरूप देते हुए गरीब, शोषित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा और दलित वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का वास्तविक काम किया है।