पूर्णिया में मिला 15 कोरोना संक्रमित मरीज, संख्या हुई 26

जिलाधिकारी राहुल कुमार ने ट्वीट कर बताया कि सभी 55 मजदूर में 11 दिल्ली आजादपुर से एवं 1-1 हरियाणा, गुजरात, तेलंगाना और राजस्थान से आये थे, सभी रुपौली स्थित क्वारनटाइन सेंटर में रखे गए थे।रुपौली प्रखंड के प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय में बने क्वारनटाइन सेंटर को जिला प्रशासन ने किया हुआ है सील।
पुर्णिया/धर्मेन्द्र सिंह, रुपौली प्रखंड क्वारनटाइन सेंटर से निकाले गए 15 अप्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमित पाए गए है।जिलाधिकारी राहुल कुमार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।सभी संक्रमित दिल्ली के आजादपुर से 3 मई को रुपौली आये थे।जिसके बाद पहला पॉजिटिव केस मिलने के बाद कैम्प में रह रहे सभी 55 अप्रवासी मजदूरो को जिला स्थित आइसोलेशन केंद्र लाया गया था।जिसके बाद तत्परता दिखाते हुए जिला प्रशासन से सभी के जाँच हेतु सेंपल लिया गया।जिसमें पहले 8 लोगो का रिपोर्ट पॉजिटिव आया।उसके बाद आज 15 लोगो का भी रिपोर्ट पॉजिटिव आया है।जिलाधिकारी राहुल कुमार ने ट्वीट कर बताया कि सभी 55 मजदूर में 11 दिल्ली आजादपुर से एवं 1-1 हरियाणा, गुजरात, तेलंगाना और राजस्थान से आये थे, सभी रुपौली स्थित क्वारनटाइन सेंटर में रखे गए थे।प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली से चले मजदूरों का ट्रक भागलपुर के रास्ते रुपौली आ रहा था।लेकिन पुलिस ने मोहनपुर के समीप ही ट्रक को पकड़कर सभी मजदूरों का स्वास्थ्य जाँच कराते हुए रुपौली प्रखंड स्थित प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर में रख दिया था।जहाँ 60 वर्षीय वृद्ध का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था।जिसके बाद जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए ट्रक से आये सभी 55 लोगो का सेंपल जाँच हेतु भेजा।फिलहाल रुपौली प्रखंड प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय में बने क्वारनटाइन सेंटर को जिला प्रशासन ने सील किया हुआ है।इस तरह जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या 26 हो गई है।सभी कोरोना पॉजिटिव रोगी का सेवा एवं इलाज जिला प्रशासन की मदद से मेडिकल कॉलेज में जारी है:-डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल
किशनगंज दिनांक-15.05.2020 को विधान पार्षद सह एमजीएम मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज सेंटर में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की बेहतर इलाज सहित हर जरुरत का ध्यान रखा जा रहा है।पॉजिटिव मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए नर्स व डाक्टर अपनी जान की परवाह किये बिना सेवाभाव से लगे हुए हैं।दिनांक-14.05.2020 की देर शाम एक और कोरोना पॉजिटिव रोगी मिला है।सभी कोरोना पॉजिटिव रोगी का सेवा एवं इलाज जिला प्रशासन की मदद से मेडिकल कॉलेज में जारी है।डॉ. जायसवाल ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सभी रोगी स्वस्थ होकर अपने घर लौटेंगे।हमलोग अपनी जिम्मेवारी निभाते रहेंगें।उन्होंने किशनगंजवासियों से अनुरोध है कि लॉक डाउन में नियमों का पालन कर जिला प्रशासन को सहयोग करें साथ ही अपना एबं अपने परिवार के सदस्यों का ध्यान रखें।अनावश्यक घर से बाहर न निकलें।भीड़ वाले जगह पर न जाएं।मास्क नियमित रुप से इस्तेमाल करें।हाथ को साबुन से धोते रहे।
दिनांक-14.05.2020 को बसों से श्रमिकों को अपने गृह जिला भेजा गयाकिशनगंज ट्रेन आने के बाद किशनगंज जिलाधिकारी डॉo आदित्य प्रकाश और जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष बने कोरोना योद्धा..
किशनगंज दिनांक-14.05.2020 को चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन अजमेर से चलकर किशनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची।उसमे कुल 1400 श्रमिक किशनगंज पहुंचे।जिसमें किशनगंज के 141 मजदूर शामिल थे।इसके अलावा दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, भागलपुर, नवादा, बेगूसराय, खगड़िया, सुपौल, मधेपुरा, अररिया व पूर्णिया के श्रमिक शामिल थे।श्रमिकों के किशगंज पहुंचते ही जिलाधिकारी डॉ० आदित्य प्रकाश एवं जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष भी स्टेशन पर मौजूद थे।कोरोना संक्रमित मरीज के मिलने के बाद जिला प्रशासन हरकत में दिख रहा है।चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात होकर अपना फर्ज अदा कर रहे थे।ट्रेन से महिलाएं भी पहुंची।ज्यादातर श्रमिक अपनी पत्नी व बच्चे को साथ लेकर पहुंचे थे।ट्रेेेन के ठहराव के बाद सोशल डिस्टेंस को लेकर श्रमिकों को कुछ देर तक ट्रेेेन में ही प्रतिक्षा करनी पड़ी।स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कुल 24 काउंटर बनाये गये थे।ट्रेन सवार श्रमिकों ने हाथ हिलाकर स्टेशन पर उपस्थित अधिकारियों और लोगों का अभिवादन किया और शुक्रिया अदा किया।इसके बाद एक-एक करके श्रमिकों को ट्रेन से उतारा गया।ट्रेन से उतरने के बाद श्रमिकों को प्लेटफार्म संख्या 1 में बने गोले घेरे मे खड़ा किया गया।यात्रियों को जिलाधिकारी डॉo आदित्य प्रकाश एवं जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष की निगरानी में प्लेटफॉर्म पर चिकित्सा जांच कराया गया।ट्रेन के स्टेशन पहुंचने से पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी।ट्रेन के प्लेटफार्म पर रूकते ही किशनगंज पुलिस के साथ साथ आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने उसे अपने कब्जे में ले लिया।ट्रेन के सभी दरवाजों को बंद कर मात्र एक दरवाजे से एक एक कर यात्रियों को नीचे उतारा गया।दरवाजे के ठीक सामने बकायदा टेबल लगाकर स्क्रीनिग की व्यवस्था की गई थी।जिलाधिकारी डॉo आदित्य प्रकाश एवं जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष घूम घूम कर पूरी व्यवस्था का जायजा ले रहे थे।इसके बाद इन्हें खाने का पैकेट दिया गया।इसके पूर्व मजदूरों के सामानो को सेनेटाइज किया गया।भोजन के बाद सभी श्रमिक अपने अपने स्थानो के लिए बसों में सवार होकर गंतव्य स्थल के लिए रवाना हो गयें।ट्रेन जैसे ही स्टेशन पहुंची सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारी व जवान ट्रेन की अलग-अलग बोगियों के गेट के सामने खड़े हो गये।स्टेशन पर डीडीसी मनन राम, एडीएम ब्रजेश कुमार, सिविल सर्जन श्री नंदन, डीटीओ रविन्द्र नाथ गुप्ता, एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, एसडीपीओ अनवर जावेद, मुख्यालय डीएसपी अजय कुमार झा, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिाकरी मंजूर आलम, डीईओ कुंदन कुमार, कार्यपालक अभियंता उदय शंकर चौधरी, डीपीआरओ राघवेन्द्र कुमार दीपक, सर्किल इंस्पेक्टर इरशाद आलम, सदर थानाध्यक्ष श्याम किशोर यादव, सत्येन्द्र कुमार सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।
किशनगंज लॉकडाउन के बाद रोजीरोटी की समस्या उत्पन्न हो जाने के बाद हम लोग सभी दिल्ली से ट्रक पर सवार होकर किशनगंज के लिए रवाना हो गए थे।इसके लिए हम लोगों ने ट्रक चालक को प्रत्येक व्यक्ति 4 हजार रुपये कर के किराया भी अदा किया।लेकिन गोपालगंज पहुंचने के बाद ट्रक चालक ने गाड़ी को सैनिटाइज करने के बहाने से उतार दिया और ट्रक लेकर रफू चक्कर हो गया।
वही दिनांक-16.05.2020 को भूख से बेबस व महामारी के खौफ से हारे प्रवासियों की जत्था किशनगंज पहुंचने में सफल हो गई। कोल्था पंचायत जाने के दौरान डेमार्केट चौक पर ड्यूटी पे तैनात एएसआई राकेश कुमार ने सभी 35 श्रमिकों को रोक दिया।जहां से उन्हें पुलिस के सहयोग से क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया।श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद रोजीरोटी की समस्या उत्पन्न हो जाने के बाद हम लोग सभी दिल्ली से ट्रक पर सवार होकर किशनगंज के लिए रवाना हो गए थे।इसके लिए हम लोगों ने ट्रक चालक को प्रत्येक व्यक्ति 4 हजार रुपये कर के किराया भी अदा किया।लेकिन गोपालगंज पहुंचने के बाद ट्रक चालक ने गाड़ी को सैनिटाइज करने के बहाने से उतार दिया और ट्रक लेकर रफू चक्कर हो गया।गोपालगंज में सबों को भटकता देख स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा सभी का जांच कराया गया।स्वस्थ पाए जाने के बाद फिर सबको डब्ल्यूबी 73बी 0060 नंबर की ट्रक से किशनगंज भेज दिया गया।बिहार के 16 जिलों में 85 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान शनिवार को हुई।
इनमें जमुई में 7, शेखपुरा में 9, पटना में 6, मुजफ्फरपुर व औरंगाबाद में 2-2, बाँका में 18, कटिहार व वैशाली में 3-3, पूर्णिया में 15, नवादा में 9, मधुबनी में 6, समस्तीपुर, मुंगेर, शिवहर, जहानाबाद और पूर्वी चंपारण में एक-एक पॉजिटिव मरीज की पहचान की गई।इसके साथ ही राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1118 हो गयी।स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि पटना में एक मरीज बख्तियारपुर में जबकिं 5 मरीज बीएमपी-14, खाजपुरा में मिले हैं।जबकिं नवादा में 4 मरीज पुलिस लाइन से मिले हैं और अकबरपुर में 2 और नवादा मुफ्फसिल में 3 मरीज की पहचान की गई है।उन्होंने बताया कि पूर्णिया के रुपौली में सभी 15 मरीजो की पहचान की गई है।वहीं, मधुबनीं के रहिका में 5 और लखनपुर में एक पॉजिटिव मरीज, वहीं पूर्वी चंपारण सदर में एक मरीज की पहचान की गई।स्वास्थ होने वाले 453 मरीज घर लौटे
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में अबतक 453 पॉजिटिव मरीज स्वास्थ्य होकर अपने घर लौट चुके हैं।हालांकि उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारन्टीन में रहने का निर्देश दिया गया है।वहीं अभी राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कुल 623 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं।जिनमें 454 प्रवासी मरीज भी शामिल हैं।44 हजार 340 सैम्पलों की हुई जांच
जानकारी के अनुसार राज्य में अबतक 44 हजार 340 सैम्पलों की जांच की जा चुकी है।राज्य में सैम्पलों की जांच के लिए 7 जांच केंद्र बनाएं गए हैं।प्रतिदिन औसतन 1800 सैम्पलों को एकत्र किया जा रहा है।इसके अतिरिक्त जिलों में भी जांच की सुविधाएं बढ़ायी जा रही है।वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट कर बताया कि, राज्य में 22 और कोरोना संक्रमित ठीक हो गए हैं।इसके बाद, अब तक कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 440 हो गई है, जकि 7 कोरोना पीड़ित लोगों की बिहार में मौत हो चुकी है।
वहीं, सूबे के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने दिनांक-15.05.2020 को कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने कहा, “सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों को लाने की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है।लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है।स्टेशन पर एवं सीमा पर पहुंचे लोगों को बसों एवं ट्रेन के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।उन्होंने आने वाले लोगों से अपील करते हुए कहा कि गंतव्य स्थल तक जाने के लिए पैदल न चलें, लोगों की ओर से नजदीकी थाने या प्रखण्ड में सूचना देने पर उन्हें वाहनों के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था है।
बता दें कि, बिहार में कोरोना का संक्रमण सभी 38 जिलों में पहुंच चुका है।वहीं, सबसे अधिक मरीज बिहार के मुंगेर जिले से पाए गए हैं।यहां अब तक मिले कुल कोरोना मरीजों की संख्या 122 पहुंच चुकी है।