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किशनगंज: जिले में शुरू हुआ 18-59 उम्र के लोगों मुफ्त सतर्कता डोज।

कोविड टीके की तीसरी डोज यानी प्रिकाशन डोज के लिए भी जिले के लोगों को कोई पैसा नहीं देना होगा।

  • जिले में अब तक 11.23 लाख प्रथम एवं 8.39 लाख लोगों ने ली है टीका की दूसरी डोज।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में रहने वाले 18-59 उम्र के लोगों को बुधवार से कोविड वैक्सीन की मुफ्त सतर्कता डोज देने का सिलसिला शुरू हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को टीका केंद्रों पर अधिक से अधिक संख्या में लोगों को सतर्कता डोज देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। यह जानकारी जिले के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने दी। इसी के साथ बिहार देश का पहला राज्यू बन गया, जहां 59 तक की आयु वाले सामान्य लोगों को कोविड टीके की सतर्कता डोज मुफ्त और सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर दी जा रही है, मुफ्त सतर्कता डोज के दायरे में 18-59 आयु वर्ग के सभी लोग आएंगे। प्रदेश में अब तक 60 से अधिक आयु वाले नागरिकों को मुफ्त सतर्कता डोज दी जा रही थी। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देने के बाद गुरुवार से जिले में भी 18-59 आयु वर्ग के सभी लोग जिन्होंने कोविड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज ले ली है और वैक्सीन लिए हुए नौ महीने बीत चुकी है और इस बीच उन्हें कोरोना नहीं हुआ है तो वे सतर्कता डोज ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि सतर्कता डोज देने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। तीसरा डोज देकर नागरिकों को कोविड के जोखिम से बचाए रखने की पहल की गई है। जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रिकाशन डोज की व्यवस्था उपलब्ध है। 60 साल या इससे ऊपर के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को डॉक्टरों की सलाह के आधार पर दूसरे डोज के 9 महीने या 39 हफ्ते बाद ही तीसरा डोज या बूस्टर डोज लगेगा। 9 महीना या 39 हफ्ते टीके की दूसरी डोज लगने वाली तारीख से माना जाएगा।

निर्भीक होकर कराएं टीकाकरण :

जिले के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि वैक्सीन के बूस्टर डोज को लेकर मन में किसी तरह का भ्रम नहीं पालें एवं अफवाहों से दूर रहें। क्योंकि, वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, निर्भीक होकर सभी लोग वैक्सीनेशन कराएं। वैक्सीनेशन के दौरान सुरक्षा के हर मापदंडों का ख्याल रखा जा रहा है। ताकि, लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर पर सुरक्षा के मद्देनजर भी पुख्ता इंतजाम हैं। कोविड-19 के गाइडलाइन का हर हाल में पालन सुनिश्चित रूप से कराया जा रहा है। कोरोना से बचने के लिए जिन नियमों का पालन हम अभी कर रहे हैं, (जैसे-मास्क पहनना, छह फीट की सुरक्षित शारीरिक दूरी रखना और हाथ धोना), वैक्सीन लगने के बाद भी उन नियमों का पालन करते रहना जरूरी है। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।

ज्यादा सतर्क व सावधान रहने की है जरूरत :

संक्रमण के बढ़ते मामलों पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि इससे घबराने की नहीं बल्कि सतर्क व सावधान होने की जरूरत है। हमें संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करना होगा। कुछ दिनों से इसे लेकर हमारी लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही थी। इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये टीकाकरण हमारे पास मजबूत विकल्प के रूप में मौजूद है। हमें इसके प्रति गंभीरता दिखानी होगी। पूर्ण टीकाकरण के जरिये हम इसका आसानी से मुकाबला कर सकते हैं। खास करके दूसरे व प्रीकॉशन डोज के टीका के प्रति हमें गंभीरता दिखानी होगी।जिले में टीकाकरण से संबंधित उपलब्धियों की जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि जिले में 12 साल से अधिक उम्र के 13.60 लाख लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य के आलोक में अब तक 11.23 लाख लोगों को टीका की पहली डोज लगायी जा चुकी है। 12 साल से अधिक आयु वर्ग दूसरे डोज के योग्य 9.80 लाख लाभुकों में से 8.39 लाख लोगों को टीका की दूसरी डोज भी लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में 12 से 14 साल के 0.95 लाख लाभुक में 55 हजार को टीका की पहली डोज लग चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल प्रीकॉशन डोज के 24 हजार से अधिक योग्य लाभार्थियों में महज 15.2 हजार ने ही प्रीकॉशन डोज का टीका लिया है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रीकॉशन डोज के टीकाकरण को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया।

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