पटना : प्रमंडलीय आयुक्त ने कोविड जिला नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण कर कोरोना संक्रिमत मरीजों का जाना हाल..

प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोविड नियंत्रण कक्ष से कोरोना मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।वीडियो कॉलिंग एवं फोन कॉलिंग से मरीजों एवं उनके परिजनों से संतोषजनक फीडबैक मिल रहे हैं।
- कोविड नियंत्रण कक्ष से वीडियो कॉलिंग एवं फोन कॉलिंग के जरिए सतत निगरानी का दिया निर्देश।
- मरीजों की आवश्यकतानुसार के समरी चार्ट बनाने का दिया निर्देश।
- मरीजों द्वारा दर्ज की गईं समस्या एवं शिकायत का समुचित समाधान करने तथा आवश्यक सलाह देने का दिया निर्देश।
- अस्पतालों से संपर्क कर संबंधित व्यक्तियों को बेड उपलब्ध कराने का दिया निर्देश।
- कंट्रोल रूम में उपस्थित 5 एंबुलेंस का भी निरीक्षण किया गया।
- कोविड नियंत्रण कक्ष से वीडियो कॉलिंग एवं फोन कॉलिंग के माध्यम से मरीजों को किया जा रहा मोटिवेट।
- समरी चार्ट बनाने का दिया निर्देश।
- फोन कॉल अटेंड करने तथा बांछित सहयोग/जानकारी/परामर्श देने का दिया निर्देश।
- नियंत्रण कक्ष में पंजी संधारित करने का दिया निर्देश।
- नियंत्रण कक्ष में पालीवार कर्मियों की तैनाती करने तथा दायित्व निर्धारित करने का दिया निर्देश।
- अपर समाहर्ता विशेष/एसडीओ सदर को प्रभावी मॉनिटरिंग करने का दिया निर्देश।
पटना/त्रिलोकीनाथ प्रसाद, प्रमंडलीय आयुक्त, श्री संजय कुमार अग्रवाल ने शनिवार को जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र स्थित कोविड जिला नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण कर कोरोना संक्रिमत मरीजों का हाल जाना।इसके साथ ही नियंत्रण कक्ष को एक्टिवेट रखते हुए मरीजों की शिकायत/समस्या का शीघ्र समाधान करने तथा आवश्यक जानकारी प्रदान करने का निर्देश दिया।कोविड नियंत्रण कब से मरीजों से सीधा संवाद स्थापित करने एवं उन्हें आवश्यक सहयोग एवं परामर्श देने की प्रक्रिया सतत रूप से जारी है तथा इसमें काफी तेजी आई है।इस व्यवस्था से मरीजों की ओर से सकारात्मक एवं संतोषजनक परिणाम सामने आ रहे हैं।फोन के माध्यम से मरीजों को चिंतित नहीं होने तथा एहतियाती उपाय के रूप में मास्क का प्रयोग करने तथा सुरक्षित रहने की सलाह भी दी जा रही है।प्रमंडलीय आयुक्त ने नियंत्रण कक्ष में मरीजों की आवश्यकता के अनुरूप समरी चाट बनाने का निर्देश दिया।इसके तहत आवश्यकता आधारित बिंदुवार चार्ट बनाने के लिए एंबुलेंस की आवश्यकता, दवा की जरूरत, कोरोना जांच की आवश्यकता, हॉस्पिटल में इलाज की जरूरत, डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत, आदि बिंदुओं के चेक लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया।आयुक्त ने मरीजों द्वारा दर्ज की गईं समस्या/शिकायत का समुचित समाधान करने तथा आवश्यक सलाह देने का निर्देश दिया। साथ रहे मरीजों अथवा उनके परिजनों द्वारा मांगी जा रही आवश्यक जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।आयुक्त ने मरीजों के द्वारा प्रत्येक दिन किए गए प्रश्नों तथा उनके समाधान के बारे में तिथि वार पंजी संधारित करने का निर्देश दिया ताकि मरीजों की आवश्यकता की प्रकृति को समझा जा सके तथा उसका समुचित समाधान किया जा सके।आयुक्त ने प्रत्येक दिन तीन पालियों में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने तथा कार्य आवंटित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी कर्मियों को मरीजों से संवेदनशील एवं जवाबदेह होकर बात करने तथा उन्हें आवश्यक सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया।उन्होंने नियंत्रण कक्ष को क्रियाशील बनाए रखने तथा कर्मियों को सक्रिय एवं तत्पर बनाए रखने हेतु अपर समाहर्ता स्पेशल श्री अरुण कुमार झा एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री तनय सुल्तानिया को प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है।
यदि किसी व्यक्ति को चिकित्सीय परामर्श की आवश्यकता है तो कंट्रोल रूम में उपस्थित व्यक्ति द्वारा उन्हें डॉक्टर से सीधी बात कराई जाती है।
कोविड-19 टॉल फ्री नम्बर पर कॉल कर चिकित्सीय परामर्श ले सकते हैं।जांच की सुविधाओं की जानकारी,कोविड केयर सेंटर/ डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर/कोविड अस्पतालों में इलाज एवं बेड से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।प्रमंडलीय आयुक्त के साथ उप विकास आयुक्त श्री रिची पांडेय, अपर समाहर्ता राजस्व श्री राजीव श्रीवास्तव अपर समाहर्ता विशेष श्री अरुण कुमार झा सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।