नाबालिग से गैंगरेप फिर 15 हजार का जुर्माना…
पंचायत ने तीनों आरोपियों को पांच-पांच हजार का जुर्माना देने का फैसला सुनाया।न्याय की आस में समस्तीपुर की महिला थाना पहुंची माहिला थानाध्यक्ष के द्वारा पीड़ित पक्षों से आवेदन तो जरूर ले लिया गया और जांच की बात कर उन्हें वापस भेज दिया गया।महिला थाना से इंसाफ नहीं मिलता देख एक बार फिर पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने अब बाल कल्याण समिति के पास पहुंचा है।
बिहार के समस्तीपुर की एक पंचायत ने नाबालिग लड़की से गैंगरेप करने और गर्भपात कराने की सजा 15 हजार रुपये सुनाई।न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर पीड़िता और उसका परिवार घटना के 8 महीने बाद भी न्याय की आस में भटक रहा है।मामला समस्तीपुर के वैनी ओपी क्षेत्र की है जहां गांव के ही तीन मनचलों ने नाबालिग युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया।इसके बाद सभी ने झांसे में लेकर उसका गर्भपात करवा दिया बात जब बढ़ने लगी तो सामाजिक स्तर पर इसे सुलझाने का प्रयास किया लेकिन यहां भी पंच परमेश्वरों ने पीड़िता के साथ न्याय करने की जगह उसकी इज्जत की कीमत 15 हजार रुपया लगाया।मामला 05 मई 2017 का है।पीड़िता ने अपने साथ हुई इस जुर्म की दास्तान को परिवार के लोगों को बताया जिसके बाद पीड़िता के परिवार वालों ने आरोपी मुन्ना की मां से सारी बात बताई।पीड़ित परिवार को आरोपी मुन्ना की मां द्वारा अपने खर्च पर पीड़िता की शादी करवाने की बात कही गयी लेकिन समय बीतने के साथ दुष्कर्म पीड़िता सात महीने की गर्भवती हो गयी।इसकी जानकारी आरोपी मुन्ना की मां को दी गई जिसके बाद गर्भपात करवाने और शादी का खर्च देने का आश्वासन आरोपी के परिवार वालों ने पीड़िता को दिया।इसके बाद मामला पंचायत में पंहुचा जहां नबालिग पीड़िता के साथ हुए दुष्कर्म की कीमत 15 हजार रुपया तय किया गया।पंचायत ने तीनों आरोपियों को पांच-पांच हजार का जुर्माना देने का फैसला सुनाया।न्याय की आस में समस्तीपुर की महिला थाना पहुंची माहिला थानाध्यक्ष के द्वारा पीड़ित पक्षों से आवेदन तो जरूर ले लिया गया और जांच की बात कर उन्हें वापस भेज दिया गया।महिला थाना से इंसाफ नहीं मिलता देख एक बार फिर पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने अब बाल कल्याण समिति के पास पहुंचा है।बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष तेजपाल सिंह के द्वारा मामला को संज्ञान में लेते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर