कोरोना की लड़ाई में जमीनी स्तर पर जुट गए हैं आईएएस राज कुमार

पटना/श्रीधर पाण्डे, सर्व विदित हैं कि कोरोना वायरस के महामारी से पूरा विश्व त्राहिमाम कर रहा हैं।विश्व के अधिकतर हिस्से इस वायरस के प्रकोप से बचने के लिए महीनों से लॉक डाउन की स्थिति में हैं।130 करोड़ से अधिक जनसंख्या वाला भारत भी इससे अछूता नहीं हैं।भारत मे भी कोरोना तेजी से बढ़ता जा रहा हैं, जिसके दंश से बचने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार पूरी ताकत के साथ कार्य कर रही हैं।बिहार में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा हैं इसको लेकर यहाँ की आमजनता डरी सहमी हुई हैं वहीं सरकार पूरी ताकत के साथ कोरोना पर विजय पाने के लिए संघर्षरत हैं।अभी हाल ही बिहार सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव तेज तर्रार आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को बनाया हैं, जिन्होंने पदभार संभालते ही कहा था कि बिहार में कोरोना की जांच में तेजी लाना हमारी प्राथमिकता होगी, इसके साथ ही साथ राज्य सरकार ने अन्य तीन आईएएस अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग में पोस्टिंग की जो कोरोना की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए राज्य की जनता को इससे भयमुक्त करें।बिहार सरकार ने कोरोना की जांच में तेजी बढ़ा दिया हैं।अब रोजाना 38 हजार से ज्यादा जांच होने लगे हैं और इसमे तेजी लाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा हैं। फिलवक्त कोरोना की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 2010 बैच के चर्चित आईएएस अधिकारी राज कुमार की चर्चाएं तेजी से हो रही हैं चाहे बात वैशाली की हो या भोजपुर की लोगो से मिलकर उनकी समस्याओं एवं जांच में तेजी लाने के लिए राजकुमार स्वयं जमीनी स्तर पर जुट गए हैं।इसी क्रम में आज नालन्दा जिले के कॉल सेंटर,इसोलेसन वार्ड का जांच के साथ साथ पावापुरी मेडिकल कॉलेज में कोरोना पेसेंट की हाल चाल जानना, क्रिटिकल पेसेंट एवं उनकी परिजनों से मिलकर उनका मनोबल बढ़ाना साथ ही साथ जिले के स्वास्थ्य पदाधिकारी को सुझाव एवं दिशा निर्देश देते हुए जांच में तेजी बढ़ाने को कहा।उसके बाद राजगीर के अनुमंडल अस्पताल का निरीक्षण कर वहाँ रेपिड एंटीजन टेस्ट करवाने वाले लोगो से बातचीत कर उन्हें भरोसा दिलाया कि इस महामारी में सरकार पूरी ताक़त के साथ जुटी हुई हैं, इससे डरने की जरूरत नहीं हैं बल्कि सावधानी के साथ इससे लड़कर विजय पाना हैं।