किशनगंज : डीएम की अध्यक्षता में जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में की समीक्षा बैठक।

मरीज़ों को बेहतर तरीके से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत रूप से की गई चर्चा, बाढ़ पूर्व दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करें।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी को पहली प्राथमिकताओं में शामिल करना बेहद ही जरूरी है। क्योंकि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय क्षेत्र की जनता को हर तरह की सुख सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। इसके लिए बेहतरीन सुविधा एवं व्यवस्था प्रदान करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई है। उक्त बातें जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री ने जिले की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक के दौरान समाहरणालय सभागार में कही।
विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत रूप से की गई चर्चा : आयुक्त
जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता एवं उनकी ससमय उपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता, दवा दुकानों की जांच आदि की क्रमानुसार समीक्षा की गई। बैठक में स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई, ओपीडी का ससमय सञ्चालन, सिटीजन चार्टर का प्रदर्शन, डाक्टर की रोस्टर, दवा उपलब्धता की सूचि, जननी बाल सुरक्षा कार्यक्रम का ससमय भुगतान, आशा को ससमय प्रोत्शाहन राशि का भुगतान, भीएचएसएनडी साईट पर अनुश्रवण सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था, एंबुलेंस की उपलब्धता, गर्भवती माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान की स्थिति सहित कई बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। साथ ही उक्त के आलोक में आगामी 10 जून तक सभी चीजो को दुरुस्त करने का आदेश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया। हालांकि उन्होनें कार्य में लापरबाही बरतने एवं अनुपस्थित रहने वाले का वेतन बंद करने का भी निर्देश दिया।
बाढ़ पूर्व दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करें:
वहीं जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री ने बाढ़ से पूर्व जिलों में दवाओं की उपलब्धता एवं आपूर्ति की समीक्षा के दौरान इन सभी प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिलों में चिह्नित क्षेत्रों में संभावित बाढ़ एवं सामान्य स्थिति के लिए दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता होनी चाहिए। इसके साथ ही समीक्षा बैठक के दौरान उपस्थित सिविल सर्जन एवं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को जिले में संचालित अनिबंधित नर्सिंग होम की नियमित जांच करने का निर्देश दिया गया तथा उन्होंने उस पर ध्यान देने की जरूरत बताई है। नियमित रूप से दवा दुकानों की जांच का भी निर्देश दिया गया। साथ हीं जो दवा दुकान बिना लाइसेंस के संचालित किये जा रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।
मरीजो के स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी सुविधा सुगमता पूर्वक उपलब्ध हो :
जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री लक्ष्य कार्यक्रम एवं कायाकल्प योजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की और कहा कि इस योजना या कार्यक्रम से प्रमाणित होने के बाद स्थानीय क्षेत्र की जनता को क्या लाभ मिल सकता है। इस संबंध में सिविल सर्जन ने विस्तार पूर्वक बताया और कहा कि लक्ष्य या कायाकल्प के द्वारा प्रमाणीकरण के बाद अस्पताल तकनीकी रूप से मजबूत होते हैं। जिस कारण मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती है। आउटसोर्सिंग एजेंसी के संबंध में आयुक्त ने बताया कि किसी भी तरह की निविदाएं बिहार वित्त नियमावली के अनुरूप किया जाए साथ ही मरीजो को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधा के साथ ही अस्पताल में भरती मरीजो को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन दिया जाना सुनिश्चित करे।
स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाना हमारा कर्तव्य :
जिले में स्वास्थ्य सुविधा को सुचारु रूप से क्रियान्वयन करने हेतु सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री के निर्देश के आलोक में सभी प्राथमिक चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया जिसमे सातो प्रखंडों के सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों में कायाकल्प के तहत सारी कार्य करने से स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाया जा सकता है, जिससे स्वास्थ्य सुविधा को और मजबूत किया जा सके। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला समन्वयक विस्वजित कुमार, इपिडेमियोलॉजिस्ट रीना प्रवीण, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. अनिशुर रहमान, केयर के प्रशनजीत प्रमाणिक, सिफार के जिला समन्वयक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक, आदि उपस्थित रहे।