कालाधन खपाने की गुप्त सूचना पर पेट्रोल पंप संचालक,गैस एजेंसियों के स्वामी और ज्वेलरी शॉप आयकर विभाग के‘रडार’पर हैं।आयकर की अन्वेषण शाखा लगातार ऐसे प्रतिष्ठानों के अलावा कुछ बड़े कारोबारियों पर भी नजर रखी हुई है।विभाग की नजर न सिर्फ भागलपुर बल्कि यहां से जुड़े करीब 18 जिलों पर है।विभाग के अधिकारियों ने पिछले एक सप्ताह में जिले के नवगछिया सहित बेगूसराय और खगड़िया जिले में धमक दी है।कुछ जिलों से सर्वेक्षण और निरीक्षण के बाद आयकर विभाग ने आय से संबंधित पेपर भी जुटाए हैं जिस पर विभागीय अधिकारी अध्यन कर रहे हैं।
भागलपुर के प्रधान आयकर आयुक्त एलएम पांडेय ने दूरभाष पर कहा कि नोटबंदी के बाद विभाग की नजर हरेक गतिविधियों पर है।कुछ मामलों में ट्रैक भी किए जा रहे हैं।आयकर अन्वेषण ब्यूरो के डॉ.शिवशंकर यादव कहते हैं कि टैक्स चोरी करनेवाले विभाग की नजर से बच नहीं सकते हैं।यादव कहते हैं कि जो कर की चोरी करता है वह निशान छोड़ जाता है।ऐसे ही निशान विभाग को आगे की कार्रवाई में मदद देता है।यादव ने कहा कि विभाग बैंक जमा से लेकर सभी तरह के लेन-देन पर नजर रखती है।मालूम हो कि आठ नवंबर की रात नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही आयकर विभाग लगातार हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।विभाग की इस पर भी नजर है कि पेट्रोल पंप वालों ने पुराने नोट चलाने के नाम पर कितने नोट को सफेद किया है।इस अवधि में पंपों को कितना डीजल-पेट्रोल सप्लाई किया गया और कितनी बिक्री की। कहीं सप्लाई से अधिक बिक्री तो नहीं हुई।पेट्रोल पंपों ने पुराने नोटों के साथ नए नोटों और प्रचलन में रहे सौ के नोट भी ग्राहकों से लिए थे।इसके बावजूद कुछ जिलों ने सिर्फ पुराने नोटों का ही व्यापार बताया है।वहीं शहर सहित कई जिलों में गैस एजेंसियों ने ग्राहकों से रीफिल व नये कनेक्शन के नाम पर सिर्फ नए नोट लिए हैं।
आयकर अन्वेषण ब्यूरो की टीम शहर के एक ज्वेलर्स की दुकान में रूटीन जांच के लिए पहुंची।हालांकि जांच में विभाग को बहुत कुछ हाथ नहीं लगा।विभाग ने कहा है कि यह न तो सर्वे था न ही छापेमारी।टीम ने प्रतिष्ठान में ज्वेलरी की खरीद-बिक्री की जानकारी ली।टीम का नेतृत्व अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारी डॉ.एसके यादव कर रहे थे।प्रतिष्ठान में आयकर की टीम ने बैंक डिपाजिट से संबंधित जानकारी भी ली।टीम के इंचार्ज ने कहा कि यह आंतरिक जांच थी।आयकर अधिकारी प्रतिष्ठान में करीब डेढ़ से दो घंटे रहे और प्रतिष्ठान से कुछ कागजात भी साथ ले गए हैं।उधर,प्रतिष्ठान के स्वामी ने कहा कि रेगूलर जांच के क्रम में आयकर अधिकारी आए थे।
रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह