भागलपुर में निर्मित बम की बिक्री पड़ोसी राज्य झारखंड में धड़ल्ले से हो रही है।शहर का दक्षिणी क्षेत्र बम निर्माण के लिए सेफ जोन माना जाता है।यहां के निर्मित बमों को दूसरे राज्य के अपराधी भी कारगर मानते हैं।एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि साहेबगंज आदि जिलों में भागलपुर के बम बिकने की बात पता चली है।पुलिस इसके तह तक जाने के प्रयास में लगी हुई है।पिछले पांच सालों में 65 क्रिमिनलों पर बम मामले में चार्जशीट हो चुकी है।पुलिस पुराने हिस्ट्रीशीटरों के गतिविधि पर भी नजर रखी हुई है।दक्षिणी क्षेत्र माना जाता है सेफ जोन,मालुम हो की शहर की जो भी प्रमुख बम निर्माण और विस्फोट के मामले सामने आए हैं।वे दक्षिणी क्षेत्रों में ही हुए हैं।सूत्रों की मानें तो बीच शहर बम बनाने और उसकी सप्लाई करने में थोड़ा रिस्क होता है।इस कारण दक्षिणी क्षेत्र में बम निर्माण होने के बाद आसानी से उसे सड़क मार्ग से झारखंड के विभिन्न जिलों में पहुंचा दिया जाता है।इस दौरान एक पूरी टीम बड़ी सतर्कता से काम करती है। ताकि किसी भी जिले या राज्य की सीमा पर किसी प्रकार की खेप पहुंचाने में कोई परेशानी ना हो।कम उम्र के युवाओं को दी जा रही बम बनाने की टेनिंग,पिछले पांच सालों में 65 अपराधियों पर हुआ है बम मामले में चार्जशीट lबताते चले की एसएसपी भागलपुर मनोज कुमार,कहते है की बनाए जा रहे बम को बाहर बेची जाती है।पुलिस इस बिंदु पर भी अपनी जांच बारीकी से कर रही है।इसके लिए पुराने हिस्ट्रीशीटरों की कुंडली भी खंगाली जा रही है।ताकि उनकी गतिविधि की जानकारी मिल सके।ऐसे अपराधियों के लिए कहर माने जाते है,एसएसपी मनोज कुमार….ll
रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह