औरंगाबाद : विश्व पर्यावरण दिवस पर युवाओं ने किया पौधा रोपण…

औरंगाबाद:-बारुण विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु आज बारुण प्रखंड के टेंगरा गांव में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।इस अवशर पर टेंगरा गांव के युवाओं ने गांव में जगह जगह पर पौधा रोपण किया और पर्यावरण दिवस मनाया।टेंगरा गांव के ही संजीव कुमार ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है।इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी।इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था।5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन किया गया था।इसी चर्चा के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव भी दिया गया और इसके दो साल बाद, 5 जून 1974 से इसे मनाना भी शुरू कर दिया गया।1987 में इसके केंद्र को बदलते रहने का सुझाव सामने आया और उसके बाद से ही इसके आयोजन के लिए अलग अलग देशों को चुना जाता है।इसमें हर साल 143 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं और इसमें कई सरकारी, सामाजिक और व्यावसायिक लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या आदि विषय पर बात करते हैं।जैसे-जैसे शहर विकसित हो रहे हैं, हरियाली कम और कंक्रीट के जंगल बढ़ते जा रहे हैं।हर साल प्रदूषण के मामले में बढ़ोतरी हो रही है।नवंबर-दिसंबर माह में प्रदूषण की वजह से मौत के आंकड़े भी बढ़ जाते हैं।यदि हम अभी से नहीं चेते तो आने वाले कुछ सालों में साफ हवा में सांस लेने के लिए सिर्फ पहाड़ और जंगल ही बचे रह जाएंगे। प्रदूषण लगातार हमारी सांसें कम कर रहा है।नए पैदा होने वाले कई बच्चों पर इसका असर भी दिख रहा है।आज विश्व पर्यावरण दिवस है, ऐसे मौके पर हम सभी को कोई ऐसा प्रण लेना चाहिए जो आने वाली पीढ़ियों को साफ सुथरी हवा देने में मददगार हो सके।और अपनी एक जिंदगी में एक पौधा जरूर लगाएं।जिससे कि प्रदूषण घट सके और पर्यावरण बचा सकें।इस अवशर पर गांव के ही राम कुमार, बृजमोहन कुमार, टिंकू, प्रिंस, योगेश, सत्रुधन सिंह, बीरेंद्र, अमित, राजा, मिशु, भोला, और टेंगरा गांव की समस्त ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट-मयंक कुमार