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*दनियावा प्रखंड में बिहार सरकार की महत्वकांक्षी सत्तत् जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत मनाया गया मिशन स्वावलंबन उत्सव।*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना,: दनियावा प्रखंड के गोकुल उत्सव हॉल में मिशन स्वावलंबन उत्सव का आयोजन प्रखंड परियोजना क्रियान्वयन इकाई, दनियावा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परियोजना प्रबंधक श्री मुकेश कुमार सासमल एवं संकुल संघ की पदाधिकारी दीदियों ने संयुक्त रुप ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

इस दौरान जिला परियोजना प्रबंधक के द्वारा सतत् जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत क्रमिक विकास के नौ संकेतकों को प्राप्त कर चुके 64 निर्धनतम परिवार के लाभार्थी दीदियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान सुधा देवी, सतत जीविकोपार्जन योजना की लाभार्थी दीदी, ने अपना अनुभव साझा करते हुऐ बताया कि उन्होंने इस योजना के तहत श्रृंगार का दुकान खोला था। इस दूकान से जब लाभ होने लगा तो वह और उनके पति ने मिलकर फिनायल, एसिड एवं साफ सफाई हेतु प्रयोग में लाए जाने वाली सामग्रियों का निर्माण करना अपने घर पर ही शुरु किया। इन सामग्रियों की सप्लाई दीदी के द्वारा अस्पताल, स्कूल तथा अन्य स्थानों पर किया जाता है। अपने दोनों व्यवसायों से दीदी आज महीने में औसतन 15 से 18 हजार की आमदनी कर रही हैं।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सत्तत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित दीदियों को सम्बोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक ने सभी ग्रेजुएट हो रही दीदियों को बधाई देते हुए कहा कि दीदियों के सतत रुप से आगे बढ़ने की लगन ही है जो आज हम उनके ग्रेजुएट होने की खुशी में स्वावलंबन उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने दीदियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि दीदियों के सतत विकास की कहानी महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रेरणा के स्रोत हैं। जीविका परियोजना के माध्यम से प्राप्त आर्थिक सहायता एवं क्षमता वर्धन से आज दीदियां स्वयं से अलग–अलग शहरों में जाकर व्यवसाय हेतु सामग्री की खरीदारी कर रही हैं। समयानुसार अपने व्यवसाय को अपग्रेड कर रही हैं तथा वह आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं।

विदित हो कि पटना जिले में 7319 परिवारों को अति निर्धन ग्रामीण परिवारों, जिसमें पूर्व में पारंपरिक रूप से ताड़ी एवं शराब के उत्पादन एवं बिक्री से जुड़े भी शामिल हैं, को सतत् जीविकोपार्जन योजना के माध्यम से वैकल्पिक जीविकोपार्जन गतिविधियों से जोड़ लाभ पहुँचाया जा रहा है।

लाभार्थी दीदियों को योजना के माध्यम से जीविकोपार्जन का साधन मिला है। इसमें बकरी पालन, मुर्गी पालन, किराना एवं श्रृंगार दुकान, नाश्ता दुकान एवं अन्य लघु व्यवसाय शामिल है। सतत् जीविकोपार्जन के साथ सरकार के अन्य योजनाएं एवं नीतियों का लाभ दीदियों को प्राप्त हो रहा है। उन्हें इसके माध्यम से अपना आवास, पेय जल, बच्चों की शिक्षा, बैंको से जुड़ाव, सामाजिक सुरक्षा बीमा, आदि विभिन्न सरकारी योजनाओं तक पहुँच स्थापित कर जीविका-एसजेवाई दीदियों को स्वावलम्बित किया जा रहा है। स्वरोजगार की विभिन्न गतिविधियां द्वारा इन परिवारों को अपना जीवन बेहतर करने में मदद मिल रही है।

कार्यक्रम के दौरान जिला से प्रबंधक मानव संसाधन सुश्री सुरभि, एसजेवाई जिला नोडल सुश्री वैशाली, प्रखंड परियोजना प्रबंधक, दनियावा श्री श्लोक कुमार, सहित जीविका के अन्य कर्मी मौजूद रहे।

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