डीएम की अध्यक्षता में समग्र शिक्षा की जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित हुई॥

जिलेवासियों को गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा सुलभ कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंः डीएम
कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालयों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने का डीएम ने दिया निदेश
विद्यालयों का सफल संचालन एवं योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंः डीएम
त्रिलोकी नाथ प्रसाद –पटना, अध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी समिति, समग्र शिक्षा-सह- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि जिलेवासियों को गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा सुलभ कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी संबंधित पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें। वे आज जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यालयों का सफल संचालन एवं योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना सभी पदाधिकारियों का दायित्व है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को दृढ़संकल्पित रहना होगा। सर्वोत्तम शैक्षणिक वातावरण निर्माण के लिए लगातार प्रयत्नशील एवं सजग रहना होगा।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना श्री अमित कुमार को कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालयों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। उन्होंने नवाचार के संबंध में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के बीच उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आधुनिक युग में कौशल विकास, तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के प्रति रूझान उत्पन्न करने के लिए सभी पदाधिकारियों को सक्रिय रहना होगा।
आज के इस बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एजेंडावार प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। गत बैठक की कार्यवाही की संपुष्टि की गयी। जिला पदाधिकारी के संज्ञान में पूर्व की बैठक में लिए गये निर्णयों का अनुपालन लाया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 की वित्तीय एवं भौतिक उपलब्धि के बारे में सदस्यों को अवगत कराया गया तथा वार्षिक कार्य योजना प्रस्तुत किया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी के निदेश के अनुरूप विद्यालयों में खेल सामग्रियों का क्रय विकेन्द्रीकृत रूप से विद्यालयों के स्तर पर ही किया जा रहा है। पटना जिला के 3071 विद्यालयों के लिए 2,000/- (दो हजार) रूपये प्रति विद्यालय की दर से कुल रूपया 69,88,000 (उन्हत्तर लाख अठासी हजार) फर्स्ट एड किट क्रय हेतु निकासी की सीमा तय की गयी है। उक्त राशि से विद्यालयों के द्वारा फर्स्ट एड किट क्रय किया जा रहा है। पटना जिला के शहरी क्षेत्र के अभिवंचित वर्ग के छः से अठारह आयु वर्ग के बच्चों के लिए दो आवासीय हॉस्टल खोलने के लिए मुख्यालय से समन्वय कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिव्यांग बच्चों के लिए सम्पतचक स्थित जिला संसाधन कक्ष के आवागमण मार्ग पर मिट्टी भराने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जिलान्तर्गत सभी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का नियमित अनुश्रवण सुनिश्चित करें। डिजिटल तकनीक आधारित रियल टाईम अनुश्रवण हेतु विकसित किये गये बेस्ट प्लस ऐप के माध्यम से विद्यालयों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करे तथा शिक्षकों की उपस्थित की जाँच करें। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रत्येक माह कम-से-कम बीस प्रारंभिक विद्यालय तथा कम-से-कम पाँच माध्यमिक/उच्च विद्यालय का अनुश्रवण करें। प्रत्येक कार्यक्रम पदाधिकारी प्रत्येक माह कम-से-कम दस प्रारंभिक विद्यालय तथा कम-से-कम पाँच माध्यमिक/उच्च विद्यालय का अनुश्रवण करें। प्रत्येक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रत्येक माह कम-से-कम दस प्रारंभिक विद्यालय तथा कम-से-कम चार माध्यमिक/उच्च विद्यालय का अनुश्रवण करें। जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रत्येक माह कम-से-कम आठ प्रारंभिक विद्यालय तथा कम-से-कम तीन माध्यमिक/उच्च विद्यालय का अनुश्रवण करें। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इस मोबाईल एप के माध्यम से प्रखंड से लेकर जिलास्तरीय शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक माह अनुश्रवण किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर से भी प्रत्येक बुधवार एवं बृहपस्तिवार को विद्यालयों का निरीक्षण कराया जाए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया कि समावेशी शिक्षा के तहत विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत संसाधन शिक्षकों का मानदेय भुगतान निदेशानुसार अद्यतन कर दिया गया है। पूर्व में यह तकनीकी कारणों से नही हो रहा था। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास लिमिटेड से समन्वय कर बालिका आवासीय विद्यालयों में सुरक्षा हेतु चाहरदीवारी का निर्माण कराया गया है। कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालयों के सफल संचालन हेतु सामग्रियों का क्रय जिलास्तरीय क्रय समिति के माध्यम से पारदर्शी ढ़ंग से किया जा रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने बैठक में समिति के सदस्यों से फीडबैक एवं सुझाव लिया। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने विकास मित्रों तथा टोला सेवकों के माध्यम से ग्रॉस इनरौलमेंट रेशियो (जीईआर) बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा।
इस बैठक में डीएम के साथ सिविल सर्जन, निदेशक डीआरडीए, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कलयाण पदाधिकारी, भवन, पीएचईडी एवं पथ निर्माण के अभियंतागण, प्राचार्य डायट, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि एवं अन्य भी उपस्थित थे।