महाराष्ट्र में बजट पेश किए जाने के दौरान हंगामा करने वाले कांग्रेस और एनसीपी के 19 विधायकों को 9 महीने के लिए सस्पेंड किया कर दिया गया है।18 मार्च को ये सभी विधानसभा में हंगामा करते हुए किसानों का कर्ज माफ करने की मांग कर रहे थे।क्या है पूरा मामला….विधानसभा अध्यक्ष हरिभाउ बागड ने हंगामा मचाने वाले कांग्रेस एनसीपी के 19 विधायकों को सस्पेंड किया है।महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा 18 मार्च को राज्य का बजट पेश किया गया था।इस दौरान एनसीपी के जितेंद्र आव्हाड, कांग्रेस के अब्दुल सत्तार के साथ मिलकर विधायकों ने हंगामा मचाया।किसानों का कर्ज माफ किए जाने की मांग पर उन्होंने नारेबाजी की,विधान भवन में हंगामा मचाया, बजट की कॉपियां भी जलाई थी।हंगामा मचाने वाले विधायकों को 31 दिसंबर तक सस्पेंड करने का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री गिरीश बापट ने रखा था,उसे मंजूर कर लिया गया है।अपोजिशन के नेता विधायकों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर राज्यपाल सी० विद्यासागर राव से
आज शाम 6 बजे मिलने वाले हैं।इस दौरान मीडिया से बात करते हुए विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल (कांग्रेस)ने सरकार पर आरोप लगाया।उन्होंने कहा, पेश हुआ बजट किसानों के साथ धोखा है और इससे उनका सपना चकनाचूर हो गया है।हम विधायकों के निलंबन को रद्द करने की मांग नहीं करेंगे।विधायकों को सस्पेंड करने के बाद बुधवार सुबह 11 बजे कांग्रेस और एनसीपी के नेता काला रिबन बांधकर विधानसभा अध्यक्ष हरिभाउ बागडे से मिलने गए। इस मसले पर अपोजिशन के विधायकों ने विधान भवन में बैठक भी रखी है।इसमें कांग्रेस, एनसीपी और समाजवादी पार्टी के नेता शामिल होने वाले हैं।शिवसेना के मंत्री भी विधायकों का सस्पेंशन वापस लेने की मांग को लेकर सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुचे।इन विधायकों को किया सस्पेंड गौर करे कांग्रेस के:-कुणाल पाटिल, विजय वडेट्टीवार, हर्षवर्धन सकपाल, अब्दुल सत्तार, डी. पी. सावंत, संग्राम थोपटे, अमित झनके, अमर काले और जयकुमार गोरे।वही NCP के:-भास्कर जाधव, जिंतेंद्र आव्हाड, मधुसुदन केंद्रे, संग्राम जगताप, राहुल जगताप अवधूत तटकरे, दीपक चव्हाण, नरहरी जिरवाल, वैभव पिचड़ और दत्ता भरणे।