पुलिस की गिरफ्त में आए नवगछिया के शातिर अपराधी छोटू यादव ने खुलेआम ऐलान किया है कि जेल से निकलने के बाद वह नवगछिया के मोती यादव की हत्या करेगा।छोटू ने स्वीकार किया कि उसने ही विनोद यादव की हत्या की है।विनोद के बाद अब मोती यादव की बारी है।मोती यादव (सधुआ चापर निवासी) जहां भी छिपा रहेगा,उसे खोज कर मारेंगे।कोर्ट कैंपस में मीडियाकर्मियों से छोटू ने दो टूक कहा-विनोद यादव ने मेरे दोनों भाइयों को मरवाया था।2010 में मेरे भाई प्रदीप यादव को मारा गया था,जबकि करीब 20 साल पहले बड़े भाई ललित यादव की हत्या कर दी थी।दोनों ही हत्या में विनोद यादव का हाथ था।विनोद को मारकर मैंने अपने दोनों भाइयों की हत्या का बदला ले लिया है।विनोद यादव ने गरीबों की जमीन पर कब्जा कर लिया था।उसकी हत्या के बाद भी यह कब्जा जारी है।गरीबों को उनकी जमीन वापस दिलानी है।इसके लिए मुझे हथियार उठाना पड़ा है।विनोद इतना शातिर था कि गैर कानूनी हथियार को लाइसेंसी बताकर वह अपने पास रखता था।पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती थी।मोती ने मुझ पर हमला किया था,गोलीबारी करवाई थी।अब मेरा अगला निशाना मोती यादव है।छोटू ने बताया कि विनोद यादव की हत्या के बाद उसका बेवली एस्कार्ट सिक्सर लूट लिया था।यह सिक्सर सोनू झा के पास था,जिसे एसटीएफ ने सोनू की गिरफ्तारी के साथ बरामद कर लिया है।विनोद की हत्या के समय दोतरफा गोली चली थी।विनोद यादव ने भी अपने सिक्सर से 6-7 बार गोली चलाई थी,लेकिन मेरा निशाना अचूक था और वह मेरी ही गोली से ढेर हो गया विनोद का सिक्सर अवैध था,लेकिन प्रशासन उस पर हाथ नहीं डालता था।छोटू ने बताया कि अगर एसटीएफ उसे नहीं पकड़ती तो वह एके-47 खरीदने की तैयारी कर रहा था।इस हथियार से ही वह मोती यादव की हत्या करता, लेकिन एसटीएफ ने जाल बिछाकर मुझे पकड़ लिया। मोती से मैं गोलीबारी का बदला लेकर रहूंगा।उसने मुझे मारने की साजिश रची थी।पुलिस ने मुझे जान-बूझकर सुपारी किलर का तमगा दे दिया।मैंने कभी सुपारी लेकर किसी की हत्या नहीं की और ही करने का इरादा है।हां,अपने दुश्मन विनोद यादव को मारा और आगे मोती को मारेंगे।मेरे नाम पर भले ही कोई दूसरा सुपारी लेकर रकम उठा ले,लेकिन मैंने सुपारी लेकर विनोद यादव को नहीं मारा।