फेनी की चपेट में 10 हजार गांव, 223 ट्रेनें रद्द, भुवनेश्वर-कोलकाता एयरपोर्ट भी बंद…

फेनी तूफान का पूरी के ग्रैंड रोड में भयावह नज़ारा, लगातार तेज़ हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश, बड़े बड़े बर्फ के ओले भी गिर रहे हैं।चक्रवाती तूफान फानी पुरी तट से टकराया, पुरी में तेज हवाओं के साथ बारिश, सीएम पटनायक की अपील लोग इस दौरान घरों के अंदर ही रहें, नौसेना ने राहत के लिए अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया, समुद्री किनारों से लोगों को हटा कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा गया।
फैनी लैटिन भाषा का शब्द है, इसका मतलब होता है मुक्त। चक्रवाती तूफान का फैनी नाम बांग्लादेश ने सुझाया है।इस नाम का चयन 64 नामों के पूल से लिया गया है।नॉर्थ इंडियन ओशन बेसिन के आठ देश अपनी ओर से चक्रवाती तूफानों के अलग-अलग नाम सुझाते हैं।इन्हीं नामों से एक का चयन किया जाता है।यह व्यवस्था विश्व मौसम विभाग (डब्ल्यूएमओ) ने बनाई है।क्षेत्र के लिहाज से डब्ल्यूएमओ की रीजनल ट्रोपिकल साइकलोन कमेटी इस संबंध में निर्णय लेती है।चक्रवाती तूफानों का नाम चयन करने में वर्ष के अंक का भी ध्यान रखा जाता है। ओड़िसा : पुरी तट से टकरा गया है।पुरी में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है।मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान हवा की रफ्तार 170 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।प्रशासन पहले से ही मुस्तैद है।समुद्री किनारों से लोगों को हटा कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है।सरकारी इंतजामों और तूफान से लड़ने की तैयारियों पर खुद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पैनी नजर बनाए हुए हैं।चक्रवाती तूफान ‘फेनी’ विकराल रूप ले लिया है और भारत के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने जा रहा है।इसको लेकर मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।नौसेना और सेना को भी तैयार रखा गया है।यह चक्रवाती तूफान शुक्रवार को सबसे पहले ओड़िसा के तट से टकराएगा।इस दौरान भीषण बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी।तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है।प्रचंड चक्रवाती तूफान फेनी से पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओड़िसा और तमिलनाडु के प्रभावित होने की आशंका है।फेनी की चपेट में गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी व जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर सहित ओड़िसा के कई तटीय जिले आ सकते हैं।
पश्चिम बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिणी और उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झारग्राम और कोलकाता जिलों के साथ ही आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका है।
चक्रवाती तूफान फेनी का सबसे ज्यादा प्रभाव ओड़िसा में पड़ेगा।इससे ओड़िसा के करीब 10 हजार गांव और 52 शहर प्रभावित होंगे।गृह मंत्रालय के मुताबिक पूर्वी तटीय इलाकों से 8 लाख 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, जबकि करीब 3 लाख 30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।इसके अलावा स्कूल, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है।मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार दोपहर से पहले फानी चक्रवात ओड़िसा के तट से टकरा सकता है।यह चक्रवात ओड़िसा के गोपालपुर और चांदबाली के बीच के इलाके में सबसे पहले दस्तक देगा।इस बीच यह चक्रवात भीषण रूप ले सकता है।इस दौरान भीषण बारिश हो सकती है और 170 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।साथ ही समुद्र में ऊंची लहरे उठ सकती हैं और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।
भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट बंद
वहीं, ओड़िसा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट को आधी रात और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को रात साढ़े नौ बजे से बंद कर दिया गया है।भुवनेश्वर एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेगा, जबकि कोलकाता एयरपोर्ट शुक्रवार शाम 6 बजे तक बंद रहेगा।एयरट्रैफिक कंट्रोल के क्लियरेंस के बाद भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट से विभानों की आवाजाही शुरू होगी।इस बाबत डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने एडवाइजरी जारी की है।एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने बयान जारी कर कहा कि दक्षिण भारत में फेनी तूफान के खतरे के चलते भुवनेश्वर से इंडिगो के विमानों की उड़ानें तीन मई तक बंद रहेंगी।इसके बाद यात्रियों को अगली फ्लाइट में एडजस्ट किया जाएगा।इसके लिए यात्रियों से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाएगा।साथ ही फ्लाइट का टिकट कैंसिल करने की फीस भी नहीं ली जाएगी और पूरा पैसा वापस किया जाएगा।इसकी जानकारी यात्रियों को पहले ही दी जा चुकी है।इस संबंध में किसी जानकारी के लिए यात्री किसी भी समय इंडिगो के नंबर 9910383838 और 01246173838 पर भी संपर्क कर सकते हैं।इंडिगो ने कहा कि हम लगातार हालात पर निगाह रख रहे हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रीयल टाइम अपडेट उपलब्ध करा रहे हैं।
इसके अलावा भद्रक-विजियानगरम सेक्शन के कोलकाता -चेन्नई रूट की सभी ट्रेनों को 4 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है।कुल 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जिनमें से 140 एक्सप्रेस व मेल ट्रेनें हैं, जबकि 83 पैसेंजर ट्रेनें हैं।इसके अलावा 9 ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं और चार ट्रेनों को गंतव्य स्थल से पहले ही रोका जा रहा है।रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
रिपोर्ट-राजेश कुमार