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ने फर्जी अंक पत्र पर शिक्षक की नौकर ले ली।वर्तमान में महिला पटना नगर निगम क्षेत्र में कार्यरत है।फर्जीवाड़े का तब खुलासा हुआ जब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने विवि प्रशासन से महिला की डिग्री की जांच कर रिपोर्ट मांगी। विवि प्रशासन ने जांच रिपोर्ट निगरानी को भेज दी है। शेखपुरा निवासी सुनीती कुमार पटना नगर निगम क्षेत्र में शिक्षक की नौकरी कर रही हैं। सुनीती ने शिक्षक नियोजन के दौरान भागलपुर विश्वविद्यालय से जारी इंटरमीडिएट के दो अंकपत्र जमा किए हैं। वह की परीक्षा में फेल हो गई थी। इसके बाद 1988 में सुनीती ने कंपार्टमेंटल की परीक्षा दी और पास हो गई।में उसे संगीत में 78, रसायन विज्ञान में 80 व प्रायोगिक में 28, भौतिकी में 33 व प्रायोगिक में 37, जीव विज्ञान में 48 व प्रायोगिक में 17 और अन्य में 13 नंबर मिले हैं।भौतिकी में फेल होने के कारण अंकपत्र में फेल लिखा हुआ है। इसके बाद 1988 में सुनीती ने भौतिकी की कंपार्टमेंटल परीक्षा दी और उसे 63 व 20 नंबर आए। अंकपत्र में उत्तीर्ण दिखाया गया है।सुनीती का 1988 में दी गई परीक्षा का रोल नंबर 14199 व पंजीयन नंबर 8583 है। जबकि का रौल नंबर 8583 व पंजीयन नंबर 7853 है। लेकिन मजे की बात यह है कि भागलपुर विश्वविद्यालय ने इंटर की परीक्षा से लेना बंद कर दिया है।के बाद बिहार इंटर काउंसिल, पटना द्वारा इंटर की परीक्षा ली जा रही थी।पिछले दो वर्षो से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटर की परीक्षा आयोजित कर रही है। जबकि सुनीती ने नियोजित शिक्षक के लिए जो अंकपत्र जमा किए हैं,वह व 1988 के हैं। सुनीती ने परीक्षा सेंटर कोड आरडी शेख है, यानी वह आरडी कॉलेज शेखपुरा में इंटर की परीक्षा दी है। इसको देखकर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुनीती के अंकपत्र को फर्जी करार दे दिया है।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.