किशनगंज : प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में साप्ताहिक बैठक का सदर अस्पताल परिसर में किया गया आयोजन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में गुणात्मक सुधार को लेकर डीएम श्रीकांत शास्त्री के मार्गदर्शन में विशेष रणनीति पर अमल किया जा रहा है। डीएम के निर्देशानुसार जिले के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में साप्ताहिक बैठक का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य संबंधी मामलों की समीक्षात्मक बैठक में एएनएम्, आशा, प्रखंड सामुदायिक समन्वयक को कई दिशा निर्देश दिए गये। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने मंगलवार को बताया की जिले में सुरक्षित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए हम हमेशा प्रयासरत हैं। इसी आलोक में मंगलवार को सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्रों में साप्ताहिक बैठक का आयोजन किया गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि समीक्षा बैठक में हर घर दस्तक कार्यक्रम की सफलता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
ज्ञात हो की कोरोना वायरस की रफ्तार एक बार फिर से राज्य समेत पूरे देश में तेज हुई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों के बीच जिले में जांच व टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने की कवायद जारी है। जिले में हर घर दस्तक अभियान जोरों पर है। जिसके तहत कोविड टीकाकरण से वंचित लोगों को चिह्नित करते हुये, उन्हें टीकाकृत किया जा रहा है। इस कार्य में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं के साथ-साथ एएनएम को प्रतिनियुक्त किया गया है। साथ ही, विभिन्न अधिकारियों को हर घर दस्तक अभियान के अनुश्रवण और मूल्यांकन की भी जिम्मेदारी दी गई है। ताकि, टीके से वंचित रहे एक भी लाभुक इस अभियान का लाभ पाने से न छूटे। सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स से चलने फिरने में असमर्थ लोगों के घर जाकर प्रीकॉशनरी डोज देने का निर्देश दिया। फिलहाल जिले में प्रीकॉशन डोज के टीका से वंचित लोगों को टीकाकृत करने के लिये विभाग ने अलग रणनीति तैयार की है।
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल संबंधी सुविधा को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया है। मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से एएनसी जांच को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने एएनसी जांच के दौरान प्रसव संबंधी जटिल मामलों को चिह्नित करते हुए इसकी अद्यतन जानकारी विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ताकि ऐसे मामलों पर समुचित निगरानी रखी जा सके। उन्होंने परिवार नियोजन के वैकल्पिक साधनों को बढ़ावा दिये जाने को लेकर जरूरी निर्देश दिये। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए टेलीमेडिसीन सेवाओं के सफल संचालन के साथ-साथ डायबिटीज, कैंसर, ब्लड प्रेशर जैसे रोगों की स्क्रीनिंग को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। किशनगंज ग्रामीण प्रखंड के पीएचसी प्रभारी डॉ के के कश्यप ने क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की बेहतरी को ले सिविल सर्जन से प्राप्त दिशा निर्देश को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा आम लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सुदूरवर्ती इलाके के लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में उन्होंने एएनएम कार्यकर्ताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि कर्मियों के सामूहिक प्रयास से पीएचसी द्वारा कोरोना टीकाकरण सहित अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है। समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी के दिशा निर्देश पर संचालित इस विशेष अभियान को खासतौर पर उपयोगी बताते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार ने कहा कि इससे जमीनी स्तर के स्वास्थ्य कार्यकर्ता के मनोबल में वृद्धि होगी। कोरोना संकट के दौर में जो स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित हुआ है इसे फिर से मजबूती दी जा सकेगी। साथ ही उच्चस्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों के दबाव को कम करने में भी यह बेहद उपयोगी साबित होगा। इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना आसान होगा। गौरतलब को की डीएम श्रीकांत शास्त्री के द्वारा लगातार स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण एवं निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डॉ किशोर ने बताया कि जिले में कोविड जांच को बढाया गया है।
साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्र के प्रसव कक्ष, अस्पताल परिसर, ओटी, परिसर की पूरी साफ सफाई के साथ सेनीटाइज भी किया जाएगा। उन्होंने कहा 12 वर्षों से ऊपर के लोगों का कोविड टीकाकरण, मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना और हमेशा उचित दूरी का पालन करना बेहद आवश्यक है। प्रखंड के स्वास्थ्य केन्दों पर उपलब्ध दवाओं के अलावा बाकी अन्य दवाओं को अविलम्ब क्रय करने का आदेश दिया गया है। साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि बाहर से आनेवाले सभी लोगों की कोविड की जाँच की जाए एवं मरीज को किसी प्रकार की तकलीफ होने पर उन्हें तुरन्त रेफर किया जाय।