किशनगंज में बाढ़ व आपदा से निपटने की तैयारी तेज, आयुक्त राजेश कुमार की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित
सीमावर्ती क्षेत्रों पर सख्त निगरानी के निर्देश

किशनगंज,12 मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, आगामी बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन को लेकर किशनगंज जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में महानंदा सभागार, समाहरणालय किशनगंज में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता राजेश कुमार (भा.प्र.से.), आयुक्त, पूर्णिया प्रमंडल ने की।
बैठक में एसपी सागर कुमार, डीडीसी स्पर्श गुप्ता, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी आदित्य कुमार, जन संपर्क उपनिदेशक कुंदन कुमार सिंह, जन संपर्क पदाधिकारी किशनगंज सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सीमावर्ती क्षेत्रों पर सख्त निगरानी के निर्देश
आयुक्त महोदय ने सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी, चेक पोस्टों पर आने-जाने वाले वाहनों एवं संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच का निर्देश दिया। साथ ही विस्थापित परिवारों के पुनर्वास की शीघ्र व्यवस्था करने को कहा गया।
बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर व्यापक निर्देश
आयुक्त महोदय ने संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों की व्यवस्था, उसकी दर निर्धारण, तथा बांध क्षेत्रों की निगरानी को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि नाव संचालन की व्यवस्था पारदर्शी ढंग से की जाए ताकि जनता को कोई कठिनाई न हो।
बाढ़ राहत सामग्री में शामिल पशु चारा, दवाएं, पेयजल, अस्थाई शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, संचार साधन आदि की समय रहते उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
अनुग्रह अनुदान और राहत वितरण का विवरण
आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने बताया कि अब तक राज्य व राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष से कुल 54 परिवारों को ₹4 लाख प्रति आश्रित की दर से अनुदान राशि दी गई है:
- डूबने से मृत्यु – 36 मामले (पूर्ण भुगतान)
- गृह क्षति – 14 मामले (पूर्ण भुगतान)
- पशु क्षति – 2 मामले (पूर्ण भुगतान)
- वज्रपात से पशु क्षति – 2 मामले (पूर्ण भुगतान)
बाढ़ राहत (G.R.) के अंतर्गत वर्ष 2024 में 2,756 परिवारों को ₹7,000 प्रति परिवार की दर से कुल ₹1.92 करोड़ की राशि PFMS के माध्यम से सीधे बैंक खातों में भेजी गई।
क्षतिग्रस्त मकानों के लिए मुआवजा
वर्ष 2024 में बाढ़ के कारण 18 पक्के मकान तथा 173 झोपड़ियाँ क्षतिग्रस्त हुई हैं। संबंधित अंचलों द्वारा स्वीकृति के उपरांत मुआवजा राशि का भुगतान प्रारंभ कर दिया गया है।
सिविल डिफेंस को लेकर विशेष दिशा-निर्देश
- शहर के 5 स्थानों एवं सभी प्रखंड मुख्यालयों में सायरन लगेंगे।
- सायरन व अन्य उपकरणों की खरीद सूचीबद्ध कंपनियों से की जाएगी।
- अस्पतालों में आपदा चेतावनी प्रणाली एवं आपात सामग्रियों की व्यवस्था पर बल।
- 291 प्रशिक्षित “आपदा मित्र” फिलहाल सक्रिय हैं।
- NCC, Scouts, BDO, CO, थाना अध्यक्ष, वार्ड सदस्य आदि को शिविल डिफेंस टीम में शामिल किया जाएगा।
- चयनित वॉलंटियर्स का सत्यापन पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।
- प्रशिक्षण हेतु विभिन्न संगठनों के साथ समन्वय किया जाएगा।
डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान पर भी हुआ मंथन
आयुक्त महोदय ने डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष विकास शिविरों का सुचारू आयोजन करने तथा शिविरों में प्राप्त आवेदनों का ऑन स्पॉट निष्पादन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।बैठक में शामिल सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आपदा से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियाँ समय पर पूर्ण कर ली जाएँ ताकि आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके।