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डीएम ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा; सर्व शिक्षा अभियान एवं प्रधानमंत्री पोषण योजना में प्रगति का लिया जायजा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता: डीएम बच्चों को आपदा के प्रति सजग एवं जागरूक करें: डीएम15 मई तक रसोइयों के रिक्त पदों पर बहाली करने का डीएम ने दिया निदेश पटना, सोमवार, दिनांक 25.04.2022ः- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ0 चन्द्रशेखर सिंह ने आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक की। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान तथा प्रधानमंत्री पोषण योजना में प्रगति का जायजा लिया। जिले के शैक्षिक परिदृश्य, नामांकन, शिक्षकों की संख्या, पीएम पोषण योजना की संचालन की स्थिति, शौचालय, छात्रवृत्ति, पोशाक, साईकिल, मेधावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम, कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का संचालन, समावेशी शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण सहित विभिन्न पहलुओं पर प्रगति की समीक्षा की।

जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 4,776 विद्यालय हैं, जिसमें 4,045 प्रारंभिक, 269 माध्यमिक एवं 462 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। कुल नामांकित विद्यार्थियों की संख्या 12,75,635 है, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों में 608983, मध्य विद्यालयों में 364844, माध्यमिक विद्यालयों में 205735 तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में 96073 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं। प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या 14,202 है।

पूरे जिले में पीएम पोषण योजना से आच्छादन हेतु एवं आच्छादित विद्यालयों की संख्या क्रमशः 3149 एवं 3017 है। 8600 रसोईया-सह-सहायक कार्यरत है। डीएम डॉ0 सिंह ने रसोईया की रिक्ति के विरूद्ध प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए 15 मई, 2022 तक बहाली प्रक्रिया पूर्ण करने का निदेश दिया। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पेयजल के कारण प्रभावित विद्यालयों की सूची पंचायतवार उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंताओं को विद्यालयों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने 15 मई 2022 तक उन सभी विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन करने का निदेश दिया जहाँ अबतक इसका गठन नहीं हुआ है।

डीएम डॉ0 सिंह ने कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालयों में नामांकन लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने का निदेश दिया। उन्होंने 01 मई 2022 तक बेलछी, दुल्हिनबाजार, पुनपुन, मोकामा एवं मसौढ़ी में कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का संचालन प्रारंभ करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ0 सिंह ने इस बैठक में समावेशी शिक्षा की समीक्षा की । विदित हो कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के थेराप्युटिक प्रबंधन हेतु जिले में चार संसाधन कक्ष-अदालतगंज, बिहटा, बाढ़ एवं समपतचक-उपलब्ध है। समावेशी शिक्षा अंतर्गत 66 विशेषज्ञ कार्यरत हैं। डीएम डॉ0 सिंह ने इन संसाधन कक्षों पर प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा फिजियोथेरेपी, ब्रेल प्रशिक्षण, स्पीच थेरेपी, श्रवण क्षमता का आकलन, व्यवहार प्रबंधन सहित विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराने का निदेश दिया।

विदित हो कि समावेशी शिक्षा अंतर्गत 0-18 आयुवर्ग के दिव्यांग बच्चों का दिनांक 25 अप्रैल 2022 से 10 जून 2022 तक गृहवार सर्वेक्षण कार्य कराया जाना है। इसमें सर्वेक्षण के साथ-साथ अनामांकित बच्चों का नामांकन भी निकट के विद्यालयों में कराया जाना है। डीएम डॉ0 सिंह ने कुशलता के साथ इस कार्य को सम्पन्न करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ0 सिंह ने कक्षा 02 से 10 तक के छात्र-छात्राओं हेतु विद्यालयों में कैच-अप कोर्स का भली-भाँति संचालन करने का निदेश दिया। ज्ञातव्य है कि कैच-अप कोर्स सामग्री e-LOTS (e-Library of Teachers and students) पोर्टल पर भी उपलब्ध है।

डीएम डॉ0 सिंह ने बच्चों को आपदाओं के प्रति सजग एवं जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम (सुरक्षित शनिवार) के अंतर्गत अभियान चलाने का निदेश दिया। विदित हो कि 3136 विद्यालयों में विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। इन सभी विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार का आयोजन एवं मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है।

डीएम डॉ0 सिंह ने प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्षों एवं शौचालयों का निर्माण तथा विद्युतीकरण कार्य में प्रगति लाने का निदेश दिया।

डीएम डॉ0 सिंह ने सभी पदाधिकारियों को विद्यालयों का नियमित तौर पर औचक निरीक्षण करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ0 सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।

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