किशनगंज : ठाकुरगंज बहादुरगंज रूट पर बिना किसी खौफ के परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए ओवरलोड ट्रक, डंफर का इंट्री का खेल जारी
आखिर इंट्री के खेल का कौन है मास्टरमाइंड, किसके संरक्षण में हो रहा है इंट्री का खेल?

किशनगंज, 24 जुलाई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह/फरीद अहमद, बंगाल से बिहार ओवरलोड वाहनों की इंट्री कोई नई बात नहीं है वर्षों से इंट्री माफिया अपने निजी फायदे के लिए अपने सहूलियत के हिसाब से हर जगह अपने गुर्गे को तैयार कर चाय की दुकानों में ड्यूटी लगवा देते हैं इसके बाद ठाकुरगंज बहादुरगंज रूट पर बिना किसी खौफ के परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कायदे कानून को तार तार करते हुए ओवरलोड के इंट्री का खेल करवाते हैं। गौर करे कि यह खेल वर्षों से चला आ रहा है जिस पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध कभी नहीं लग पाया। टाइम टेबल और लोकेशन के जरिए इंट्री का खेल जिले में बेखौफ अंदाज में किया जा रहा है जिसे न कोई रोकने वाला है न कोई टोकने वाला है। इंट्री माफिया इतने सक्रिय हैं की दिन के उजाले में ही एनएच 327ई पर पड़ने वाले थाना क्षेत्र को पार करते हुए ओवरलोड डंपर को लेकर मंजिल तक पहुंचवा देते हैं और कोई पकड़ने वाला भी नहीं है। सरकारी राजस्व को प्रतिदिन लाखों रुपए का चुना लगाया जा रहा है और इंट्री माफिया अपनी जेब को गर्म कर रहे हैं और दिन प्रतिदिन उनकी तरक्की होती जा रही है। वहीं अवैध बालू के कारोबार से जुड़े हुए कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जिनके पास कल तक कुछ नहीं था और आज उनके पास लाखों करोड़ों की संपत्ति अर्जित हो गई जिनके पास कल तक एक मोटरसाइकिल हुआ करती थी आज उनके कई वाहन संचालित हैं यह इस बात की गवाही दे रहा हैं कि बालू के अवैध कारोबार से अवैध खनन कर और ओवरलोड का परिचालन करवाने वाले लोगों को ही फायदा पहुंच रहा है।
जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोशल मीडिया ग्रुप में एक वीडियो भी वायरल है जिसमें साफ तौर पर एक व्यक्ति कह रहा है कि ओवरलोड चलाने के लिए इंट्री का पैसा लिया जाता है। आखिर वह कौन लोग हैं जो इंट्री करवा रहे हैं और लाखों करोड़ों रुपया कमा रहे हैं एवं सरकारी राजस्व को चपत लगा रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उच्च स्तरीय जांच कर ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि हो रहे राजस्व क्षति को रोका जा सके ?