बिहार में दो अलग-अलग मामलों में तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई।पहला मामला लखीसराय का है जबकि दूसरा मामला अररिया का है।लखीसराय में एक बुजुर्ग को घर से खींचकर नक्सलियों ने बाहर निकला और फिर कई गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी।बताया जा रहा है कि गोली मारने के बाद नक्सलियों ने बुजुर्ग का गला भी रेत दिया।बता दें कि इसके पहले नक्सलियों ने बुजुर्ग की एक हाथ काट दी थी। वारदात के बाद नक्सलियों ने मौके पर एक पर्चा भी छोड़ा है।मामला लखीसराय के बुधौली बनकर ग्राम पंचायत का है।मृतक बुजुर्ग की शिनाख्त यहां की उपमुखिया गीता देवी के पति सुनील यादव के रुप में की गई है।बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह तीन से चार बजे के बीच नक्सली यहां पहुंचे।फिर उन्होंने उपमुखिया पति सुनील पर पहले कई गोलियां दागी।इसके बाद धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया।नक्सली सुनील को पुलिस का मुखबिरी मानते थे।सूत्रों के अनुसार इस घटना को 20 नक्सलियों अंजाम दिया।वारदात के बाद नक्सलियों ने लाश को गांव से बाहर फेंक
दिया और वहां पर पार्टी का पर्चा फेंकते हुए पहाड़ की ओर चलते बने।इस संबंध में मृतक की पत्नी के बयान पर कजरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।वहीं वारदात की सूचना के बाद लखीसराय SDPO पंकज कुमार,ASP अभियान पवन उपाध्याय, पुलिस इंस्पेक्टर निबास,कजरा थाना प्रभारी संजीव कुमार आदि घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की।इस घटना से पूरे इलाके में दहशत है।वारदात के बाद यहां के लोग आक्रोशित हो गए।मृतक की फैमिली के साथ स्थानीय लोगों ने घंटों कजरा सड़क को जाम कर दिया।मृतक के परिजन ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए नक्सलियों पकड़ने की मांग कर रहे थे।वहीं लाश को उठाने आई पुलिस को मृतक के परिजनों ने रोक दिया और घटनास्थल पर डीआईजी के आने की मांग पर अड़े हुए थे।लेकिन काफी समझाने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय सदर अस्पताल भेज दिया गया।नक्सली पर्चा पर लिखा है कि सुनील
यादव की हत्या पुलिस की मुखबिरी होने के कारण की गई है।पर्चा को पुलिस ने जब्त कर लिया है।बताते चले कि पहले भी इस पंचायत के मुखिया साधुशरण यादव की हत्या नक्सलियों ने की थी।शव के पास एक पर्चा भी छोड़ गया जिसपर स्पष्ट लिखा था कि पुलिस मुखबिरी जन विरोधी सुनील यादव एवं गीता देवी यादव को यही सजा।लखीसराय के एसपी अशोक कुमार ने बताया कि अभी घटना की अनुसंधान जारी है।जिस तरह से हत्या की गई हैं।इससे यह प्रतीत होता है कि घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया है।मृतक के परिजनों के साथ न्याय होगा।उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान की जायेगी।नक्सलियों को पकड़ने के लिए एएसपीअभियान पवन उपाध्याय के नेतृत्व में कजरा के जंगलों में सर्च अभियान जारी है।जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर वन विभाग के पास से अररिया आरएस थाना पुलिस
ने दो बुजुर्ग का शव बरामद किया है।दोनों बुजुर्ग की हत्या गला रेतकर और धारदार हथियार से की गई है।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।शवों की पहचान बथनाहा पंचायत के वार्ड नं. 15 निवासी मोहन झा और उनकी पत्नी शकुंतला देवी के रूप में की गयी है।पुलिस कप्तान सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हत्या में शामिल गुनाहगार नहीं बचेंगे।बथनाहा थाना पुलिस ने इस मामले में सुधीर झा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।दोनों दंपति सोमवार को फारबिसगंज प्रखंड के घोड़ाघाट गए थे।चार साल पूर्व आर्मी से रिटायर्ड फौजी सगुना झा की हत्या भूमि विवाद में कर दी गई थी,इस मामले में मोहन झा व उसके परिजनों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही थी।पुलिस ने इस मामले में मोहन झा, शकुंतला देवी व मोहन झा के पुत्र गिरानंद झा को गिरफ्तार किया था।वे सभी हाल ही में जमानत पर जेल से छुटे थे।