प्रशासनिक उदासीनता के कारण वित्तीय वर्ष 2015-16 में गति अब तक काफी धीमी,साढ़े सात हजार में से आठ सौ को ही मिला घर…
प्रखंडो की संख्या-
अमौर-524
बैसा-438
बायसी-474
बनमनखी-973
बीकोठी-506
भवानीपुर-461
डगरूआ-468
धमदाहा-684
जलालगढ़-294
कसबा-361
केनगर-873
पूर्णियापूर्व-428
रूपौली-442
श्रीनगर-353
वित्तीय वर्ष 2015-16 में जिले में 7279 गरीबों को इंदिरा आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए रुपए मिलने थे पर प्रशासनिक उदासीनता के कारण इसकी गति अब तक काफी धीमी है।इस योजना के तहत प्रत्येक लाभुक को 70-70 हजार रुपए मिलते हैं।रुपए दो किस्त में दिए जाते हैं।पहली किस्त में 35 हजार और मकान शुरू हो जाने के बाद दूसरी किस्त में 35 हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान है।7279 में से केवल 815 लोगों को ही पूरा पैसा मिला।345 लोगों ने इस पैसे से मकान बनवाया,पर 470 लोगों ने पूरा पैसा लेने के बाद भी अब तक मकान का पूरा काम नहीं करवाया है।उनका मकान निर्माणाधीन है।सवाल यह कि क्यों सिर्फ 815 लोगों को ही पूरा पैसा मिला।बाकी बचे 6464 लोगों का मकान अब तक क्यों नहीं बन पाया।इंदिरा आवास योजना को गति देने के लिए प्रशासनिक तौर पर पंचायतों में ग्रामीण आवास सहायक घर-घर जाकर आवास निर्माण कार्य की निगरानी करते हैं।वे जल्द आवास निर्माण प्रक्रिया पूरी करने की हिदायत भी देते हैं।नए नियम के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक्स फंड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत लाभुकों के अकाउंट में पहला और दूसरा किस्त क्रेडिट हो जाता है।इस राशि का इस्तेमाल आवास निर्माण में लाभुक अपनी सहूलियत के अनुसार करते हैं।हालांकि फंड ट्रांसफर होने से पूर्व प्रखंड के बीडीओ द्वारा फंड ट्रांसफर ऑर्डर शीट भेजा जाता है।कागजी प्रक्रिया पूरी होते ही लाभुकों के अकाउंट में राशि पहुंच जाती है। सवा सात हजार में से आठ सौ को ही मिला घरकहीं 4 साल से नहीं मिली किस्त तो कहीं लिया दोबारा लाभ जिले में कुछ लोगों को चार साल से लाभ नहीं मिला तो कुछ ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए इस योजना का दो बार लाभ ले लिया।पूर्णिया पूर्व के कई पंचायतों में चार सालों से दूसरे किस्त का भुगतान नहीं हुआ है।वर्ष 2015-16 के लिए 428 लोगों को इंदिरा आवास का पहला किस्त दिया गया जिसमें से महज 29 लोगों ने ही कार्यारंभ किया।बनमनखी में 150 ऐसे लाभार्थियों को चिन्हित किया है,जिन्होंने योजना का दोबारा लाभ लिया।कसबा में 13 पंचायतों में निर्माण कार्य अधर में लटका है।361 को प्रथम किस्त का भुगतान कर दिया गया है वहीं 133 लाभुकों को दूसरी किस्त दी गई है।इन लाभुकों में से 77 ने निर्माण कार्य पूरा कर लिया है,जबकि 228 को विभाग ने नोटिस जारी की है।बड़हरा कोठी प्रखंड में 2012 से अब तक कुल 8622 इंदिरा आवास योजना की स्वीकृति हुई है।जिसमें अभी तक सिर्फ आधे भवन ही पूरे किए गए हैं।वर्ष 2011-16 तक कुल 4000 लाभुकों का आवास बनाया जा चुका है और 600 आवेदनों पर कार्य प्रगति पर है।केनगर प्रखंड में 873 लोगों को पहली किस्त की राशि दी गई।धमदाहा में 2015-16 में कुल 685 लाभुकों को इंदिरा आवास योजना का लाभ दिया गया है शौचालय निर्माण और मजदूरी की राशि अलग से ,इंदिरा आवास निर्माण के क्रम में लाभुकों को सरकार द्वारा शौचालय निर्माण मद में 12000 और मनरेगा के तहत 90 दिनों की मजदूरी करीब 15000 रुपए का भुगतान अलग से किया जाता है।एमआईएस अफसर आकाश सागर ने बताया कि पहली किस्त मिलने पर लिंटर तक कार्य पूरा करना होता है उसके बाद ही दूसरी किस्त आवंटित होती है।7279 लाभुकों को पहली किस्त का भुगतान वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए किया जा चुका है।पहली किस्त के आवंटन के बाद जो लाभुक निर्माण कार्य की शुरुआत नहीं करते हैं उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाती है। मार्च तक मकानों को करन है पूरा हर ब्लॉक से सोमवार तक रिपोर्ट मांगी गई है।डीएम के सामने इस पर चर्चा होगी और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।अधूरे मकान को हर हाल में 31 मार्च तक पूरा किया जाना है।लाभुकों को नोटिस भी भेजा गया है।इस योजना को लेकर प्रखंड स्तर पर तैनात कर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।रामशंकर, डीडीसी,पूर्णिया चांदी बाड़ी महादलित टोला में एक लाभुक को पूरा पैसा नहीं मिलने के कारण अब तक मकान पूरा नहीं बन पाया है।