देश की जांच एजेंसियों ने एक बार फिर खूंखार आतंकी संगठन आइएसआइएस के भारत में खूनी खेल खेलने के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और बिहार में बुधवार देर शाम से चली संयुक्त कार्रवाई में आइएसआइएस के दस आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि आइएस के संपर्क वाले ये आतंकी अपने मंसूबों को अंजाम देने के ज्यादा करीब पहुंच गये थे।इनकी मंशा बड़े हिंसक घटनाओं को अंजाम देना था।लेकिन पिछले डेढ़ महीनों के दौरान आइएस आतंकियों को पकड़ने के लिए चलाया गया यह दूसरा देशव्यापी आपरेशन है जो बताता है कि तमाम सतर्कता के बावजूद यह आतंकी संगठन अपने पैर फैलाने में सफल हो रहा है।एनआइए की अगुवाई में विशेष टीमों ने मुंब्रा, जालंधर, नरकटियागंज, बिजनौर व मुजफ्फरनगर और आंध्र-प्रदेश में एक साथ आपरेशन शुरु किया।जांच एजेंसियों की तरफ से जो सूचना उपलब्ध कराई गई है उसमें चार लोगों को आइएस के साथ सीधा संबंध होने के सबूत के साथ गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य छह लोगों को भी हिरासत में रखा गया है।आपको बताते चले की दिल्ली और यू०पी० से आई एटीएस की टीम ने गुरुवार सुबह
करीब दस बजे साठी थानाक्षेत्र के बेलवा गांव में आइएसआइएस के एक संदिग्ध आतंकी को हिरासत में ले लिया।उसका नाम बेलवा निवासी एहतेशाम है।साठी थाने में एसपी विनय कुमार के समक्ष एटीएस टीम पूछताछ कर रही है।उसके पास से एक टैबलेट भी बरामद किया गया है।चर्चा है कि एहतेशाम पिछले कई महीनों से आइएसआइएस के संपर्क में था।एटीएस की टीम ने जालंधर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर व मुंबई में भी छापेमारी की थी।इन स्थानों पर मिले सुराग के बाद यह कार्रवाई की गई।फिलहाल पुलिस और बेलवा के ग्रामीण कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं।एसपी ने कहा कि पकड़े गए संदिग्ध युवक से पूछताछ पूरी होने के बाद ही विस्तृत जानकारी दी जा सकती है।वही उत्तर प्रदेश के एटीएस के आइजी असीम अरुण का कहना है कि गिरफ्तार आतंकियों के पास आइएसआइएस से जुड़े अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं जिससे पता चलता है कि ये बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।यूपी एटीएस ने बिजनौर से दो लोगों (मुफ्ती फैजान वतनवीर) को गिरफ्तार किया है जबकि नजीम को मुंब्रा में गिरफ्तार किया गया है।वही यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया की अलग-अलग राज्यों से लोगों को हिरासत में लिया गया है।चार लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं।बाकी लोगों से पूछताछ जारी है।ये लोग सेल्फ मोटिवेटेड हैं,किसी ग्रुप से इन्हें मदद नहीं मिली है।इनमें बिजनौर की एक मस्जिद के मुफ्ती व कारी भी शामिल है।भोपाल के ट्रेन ब्लास्ट और लखनऊ में एनकाउंटर के बाद एटीएस को इनकी तलाश थी।इंटेलिजेंस एजेंसियों से मिले इनपुट्स के बाद यूपी के बिजनौर और मुजफ्फरनगर,महाराष्ट्र के मुंबई,पंजाब के जालंधर और बिहार के नरकटियागंज में ऑपरेशन चलाया गया।