नर्मदा के एक-एक बूंद की कीमत जानता हूं-पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को मध्यप्रदेश के अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।उन्होंने यहां नर्मदा मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की,मोदी ने डेढ़ सौ दिनों की नर्मदा यात्रा को असंभव और असामान्य बताया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,मैं गुजरात से हूं,नर्मदा के एक-एक बूंद की कीमत जानता हूं,प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कहा हम यात्रा कर नहीं सकते तो यात्री को प्रणाम करने से भी यात्रा का पुण्य प्राप्त होता है,आप सभी नर्मदा सेवा यात्रा के यात्रियों को प्रणाम करता हूं आपसे मिला पुण्य सवा सौ करोड़ देशवासियों के काम आएगा।एमपी सरकार ने पेड़ लगाने का काम हाथ में लिया।वो अहम,पेड़
- नर्मदा को बचाने की आज नौबत आई।
- दूसरे राज्यों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
- नर्मदा की परवाह किये बिना जितना चाहा लूटा।
हमने अधिकार मान लिया और कर्तव्य भूल गए। - मध्य प्रदेश के 100 में से 22 स्वच्छ शहर एमपी के।
- नर्मदा एक-एक पौधे के बूंदों से अपना अस्तित्व बनाती है।
- नर्मदा सेवा यात्रा की सफलता भी जनता की ताक़त का नतीजा है।
- नर्मदा यात्रा को परिक्रमा से जोड़ा गया है,नर्मदा परिक्रमा से अहंकार चूर-चूर हो जाता है।
मां नर्मदा परिक्रमा करने वाले के अहंकार को ज़मीन पर लाकर खड़ा कर देती है।
नर्मदा मां ने हज़ारों साल से हमें बचाया है, जीवन दिया है, पूर्वजों की रक्षा की।
मां के प्रति हमने कर्तव्यों को निभाया होता तो उसे बचाने की ज़रूरत नहीं आती।
लगाने पर हम आने वाली पीढ़ियों की सेवा कर रहे हैं।डेढ़ सौ दिन की यात्रा असंभव,असमान्य घटना है।गुजरात के लोग नर्मदा के एक-एक बूंद पानी की अहमियत समझते हैं।पिछली बार के सर्वेक्षण में एमपी स्वच्छता की लिस्ट में पीछे रह गया।ये नर्मदा सेवा यात्रा का विराम है,यज्ञ आरंभ हुआ, यज्ञ में आहुति देनी पड़ती है,मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के लिए वरदान बताया।शिवराज ने कहा, प्रधानमंत्री जो करते हैं वो दुनिया देखती है।नर्मदा को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे।नशामुक्ति से शराबबंदी की तरफ़ क़दम बढ़ाया।2 जुलाई से वृक्षारोपण करेंगे,कुल 15 करोड़ पौधे लगाएंगे,पिछली सरकार ने यूकेलिप्टस लगवा दिया।दो साल के भीतर नर्मदा को शुद्ध करेंगे,नर्मदा तट पर शौच बंद होगा,नर्मदा में मल-जल की बूंद भी नहीं जाएगी।बाकी नदियों का भी संरक्षण करेंगे।नर्मदा की छाती रेत खनन से छलनी नहीं होगी, अमरकंटक पहाड़ पर कोई खनन नहीं होगा।नर्मदा को विश्व की सबसे स्वच्छ नदी बनाएंगे,15 मई 2018 को फिर से कामकाज का हिसाब-क़िताब देंगे।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर