13 जिलों में तैनात मोटर यान निरीक्षकों (एमवीआइ) की नौकरी पर संकट के बादल….
राजधानी पटना सहित 13 जिलों में तैनात मोटर यान निरीक्षकों (एमवीआइ) की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।सूचना का अधिकार के तहत बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) द्वारा की गई एमवीआइ की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर धांधली उजागर हुई है।कई स्तरों पर कदाचार की बात सामने आई है।कुछ अभ्यर्थी जाली कागजात बनवाकर नियुक्त हो गए तो अधिकांश कटऑफ से कम अंक पाने वालों में शामिल हैं।इंटरस्तरीय प्रतियोगी परीक्षा के पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी को फर्जी तरीके से बहाल एमवीआइ के नाम मिल गए हैं।आपको बताते चले की एसआइटी प्रमुख सह एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि एमवीआइ नियुक्ति की जांच करने के लिए राज्य सरकार और परिवहन विभाग को अनुशंसा भेजी जा रही है।पेपर लीक कांड के अनुसंधान की
सितंबर 2007 में विज्ञापन संख्या 2607 के माध्यम से मोटर यान निरीक्षक की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए थे।इस पद के लिए ऑटोमोबाइल अथवा मैकेनिकल ट्रेड से तीन वर्षो का नियमित डिप्लोमा होना अनिवार्य था।इसके अलावा 25 अंकों का साक्षात्कार लिया गया और श्रेणी वार कटऑफ अंक प्राप्त करना था।साथ ही सितंबर 2007 से पहले निर्गत हुआ मोटरसाइकिल लाइसेंस, लाइट मोटर व्हकिल प्रोफेशनल लाइसेंस, हेवी गुड्स व्हकिल लाइसेंस और हेवी पैसेंजर लाइसेंस की मांग की गई थी।
केस डायरी में भी इसका जिक्र किया जाएगा।गौरतलब है कि बीएसएससी के पूर्व सचिव परमेश्वर राम के अगमकुआं स्थित आवास से एमवीआइ परीक्षा के प्रश्नपत्र बरामद किए गए थे।इसका उल्लेख पेपर लीक कांड के जब्ती सूची में है।बीएसएससी के तत्कालीन अध्यक्ष अमरेंद्र नारायण सिंह और सचिव बैधनाथ प्रसाद दफ्तुआर ने परिवहन विभाग को 31 जनवरी 2011 को पत्रचार किया था, जिसमें कहा था कि साक्षात्कार के आधार पर सभी अभ्यर्थियों को सामान्य श्रेणी में मानकर बहाली की गई है।साक्षात्कार कुल 25 अंक था।सामान्य प्रशासनिक एवं सुधार विभाग के अनुसार सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए 40 फीसद अंक पर कटऑफ निर्धारित होता है।आयोग ने पत्र के साथ परिवहन विभाग को 20 सफल अभ्यर्थियों की सूची भी भेजी थी।कटऑफ से सात अभ्यर्थियों को मिले थे कम अंक आरटीआइ की रिपोर्ट के अनुसार मेरिट लिस्ट में पटना के एमवीआइ अमिताभ कुमार को 8 अंक मिले थे, जबकि वह सामान्य श्रेणी में आते हैं, जिसके लिए 25 अंक में से 10 अंक लाना अनिवार्य है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर