12 साल के भीम ने बचाई ट्रेन के पैसेंजर्स की जान…
सोमवार सुबह 11 बजे वाल्मीकिनगर से बगहा के लिए खुली 55072 पैसेंजर ट्रेन गोरखपुर-नरकटियागंज रेलवे ट्रैक पर आ रही थी।अवसानी हाॅल्ट के पास मिडिल स्कूल के पांचवीं क्लास के 12 साल का स्टूडेंट भीम की नजर टूटे रेल ट्रैक पर पड़ी।ट्रेन पैसेंजर्स को खतरे में देखकर वह पास के गेटमैन के पास पहुंचा और फिर सारी बातें बताई।इस तरह भीम ने गेटमैन की हेल्प से सैकड़ों ट्रेन पैसेंजर्स की जान बचा ली।ट्रेन रुकने के बाद भीम की बहादुरी और सूजबूझ की जानकारी पाकर आसपास के लोग मौके पर जुटे।रेल अधिकारियों की टीम भी पहुंची।लगभग एक घंटे तक ट्रेन को रोककर टूटे रेल ट्रैक की मरम्मत की गयी।तब परिचालन दोबारा बहाल हो सका।रेलवे के गेट नंबर 56 के समीप औसानी हाल्ट से लगभग 100 मी० आगे रेल की पटरी टूटी पाई गई। कई साल
साल पहले मैं अपने गांव मंगलपुर के पास ही अपनी रिश्तेदारी में सुखपुरवा गांव गया था।जब एक बच्चे की बड़ी चर्चा हो रही थी जिसने ट्रेन रुकवाकर पैसेंजर्स की जान बचाई थी।तभी से मन में था कि कभी उसे भी ऐसा कुछ कर पाने का मौका मिलता।स्कूल से मैं घर के लिए निकला था।रेल की टूटी पटरी देखकर मुझे पुरानी बात याद आई।पहले खुद से ट्रेन रुकवाने की सोची।लेकिन समय कम था।फिर बड़ी तेजी से मैं गेटमैन के पास दौड़ पड़ा।ट्रैक टूटने के कारणों के बाबत पीडब्ल्यूआई सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि ठंड की वजह से ट्रैक टूटने की घटना सामने आती है।इस बार भी यही कारण पाया गया।ट्रैक की सुरक्षा व निगरानी के लिए रेग्यूलर पेट्रोलिंग की व्यवस्था है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर